25 को करें यह टोटका, हर मनोकामना पूरी करेंगे हनुमान
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी(इस बार 25 अक्टूबर) को हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस बार हनुमान जयंती का पर्व मंगलवार को होने से विशेष शुभ योग बन रहा है। यदि आपकी कोई मनोकामना लंबे समय से पूरी नहीं हो रही है तो इस शुभ योग पर नीचे लिखा टोटका करें। इस टोटके से हनुमानजी सपने में आकर साधक को मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद देते हैं। यह अनुष्ठान 81 दिन है।
विधि
हनुमान जयंती के दिन सुबह उठकर नित्य कर्म से निवृत्त होकर साफ वस्त्र धारण करें। अब एक लोटा जल लेकर हनुमानजी के मंदिर में जाएं और उस जल से हनुमानजी की मूर्ति को स्नान कराएं। पहले दिन एक दाना उड़द का हनुमानजी के सिर पर रखकर ग्यारह परिक्रमा करें और मन ही मन अपनी मनोकामना हनुमानजी के सामने कहें और वह उड़द का दाना लेकर घर लौट आएं तथा उसे अलग रख दें।
दूसरे दिन से एक-एक उड़द का दाना रोज बढ़ाते रहें व यही प्रक्रिया करते रहें।
41 दिन 41 दाने रखकर बाद में 42 वें दिन से एक-एक दाना कम करते रहें। जैसे 42 दिन 40, 43 वें दिन 39 और 81 वें दिन 1 दाना। 81 दिन का यह अनुष्ठान पूर्ण होने पर उसी दिन रात में श्रीहनुमानजी स्वप्न में दर्शन देकर साधक को मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद देते हैं। इस पूरी विधि के दौरान जितने भी उड़द के दाने आपने हनुमानजी को चढ़ाएं हो उन्हें नदी में प्रवाहित कर दें।
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी(इस बार 25 अक्टूबर) को हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस बार हनुमान जयंती का पर्व मंगलवार को होने से विशेष शुभ योग बन रहा है। यदि आपकी कोई मनोकामना लंबे समय से पूरी नहीं हो रही है तो इस शुभ योग पर नीचे लिखा टोटका करें। इस टोटके से हनुमानजी सपने में आकर साधक को मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद देते हैं। यह अनुष्ठान 81 दिन है।
विधि
हनुमान जयंती के दिन सुबह उठकर नित्य कर्म से निवृत्त होकर साफ वस्त्र धारण करें। अब एक लोटा जल लेकर हनुमानजी के मंदिर में जाएं और उस जल से हनुमानजी की मूर्ति को स्नान कराएं। पहले दिन एक दाना उड़द का हनुमानजी के सिर पर रखकर ग्यारह परिक्रमा करें और मन ही मन अपनी मनोकामना हनुमानजी के सामने कहें और वह उड़द का दाना लेकर घर लौट आएं तथा उसे अलग रख दें।
दूसरे दिन से एक-एक उड़द का दाना रोज बढ़ाते रहें व यही प्रक्रिया करते रहें।
41 दिन 41 दाने रखकर बाद में 42 वें दिन से एक-एक दाना कम करते रहें। जैसे 42 दिन 40, 43 वें दिन 39 और 81 वें दिन 1 दाना। 81 दिन का यह अनुष्ठान पूर्ण होने पर उसी दिन रात में श्रीहनुमानजी स्वप्न में दर्शन देकर साधक को मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद देते हैं। इस पूरी विधि के दौरान जितने भी उड़द के दाने आपने हनुमानजी को चढ़ाएं हो उन्हें नदी में प्रवाहित कर दें।
No comments:
Post a Comment