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Saturday, 22 October 2011

प्रसाद

प्रसाद खाने के चमत्कारिक तरीके से कल्याण हो जाएगा आपका, क्योंकि

हम जब भी किसी मंदिर जाते हैं वहां भगवान को प्रसाद चढ़ाते हैं, पंडित या पुजारी से प्रसाद लेते हैं फिर खाते हैं। प्रसाद खाने से पहले क्या और क्यों करना चाहिए, इस संबंध में शास्त्रों में महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं।

भगवान का प्रसाद ग्रहण करने से पहले यह बात ध्यान रखें कि जिस भगवान का वह प्रसाद है उनका एक बार स्मरण करें। भगवान का ध्यान करने के बाद ही प्रसाद ग्रहण करना श्रेष्ठ रहता है। इसके कई शुभ फल प्राप्त होते हैं।

प्रसाद ग्रहण करने से कई दैवीय शक्तियों की कृपा प्राप्त होती है और हमारे आसपास की नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव निष्क्रीय हो जाता है। प्रसाद की शक्तियों को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए भगवान का स्मरण करना चाहिए। यदि संभव हो तो जिस भगवान का प्रसाद आप ग्रहण करने वाले हैं उनके किसी मंत्र का जप भी किया जा सकता है।

वेद-पुराण में बताया गया है कि भगवान का प्रसाद ग्रहण करने हमारे कई जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं और पुण्यों में बढ़ोतरी होती है। इसी वजह से प्रसाद ग्रहण करते समय संबंधित भगवान का ध्यान अवश्य करें। इससे आपके सभी बिगड़े कार्य बनने लगेंगे और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होगी।

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