बस, एक फूल और मंत्र से लक्ष्मी पूजा..बरसने लगेगी घर-परिवार पर लक्ष्मी
मां लक्ष्मी कल्याणी भी पुकारी जाती हैं। क्योंकि यह पावनता का संबंध कर्म, वचन और व्यवहार से जोड़कर व्यक्ति को अंदर व बाहर दोनों ही रूप से समृद्ध व वैभवशाली बनाती है। इस तरह जगतजननी दुर्गा का यह स्वरूप शक्ति व संपन्नता का वरदान देने वाला माना जाता है।
कार्तिक मास की अमावस्या लक्ष्मी की उपासना का विशेष और शुभ दिन माना जाता है। जिसमें लक्ष्मी पूजा के अनेक विधान है। किंतु शास्त्रों में भक्ति में भाव का महत्व बताया गया है। इसलिए लक्ष्मी कृपा के लिए पूजा के कुछ आसान व छोटे उपाय भी शुभ फलदायी माने गए हैं।
इसी कड़ी में अगर आप भी किसी विवशता के चलते दीपावली पर माता लक्ष्मी की पूजा के लिए अधिक वक्त न दे पाएं तो मात्र लाल गंध, लाल अक्षत के साथ नीचे लिखे मंत्र के साथ लाल फूल देवी के चरणो में समर्पित कर अशांति का अंत व सुख, शांति और आर्थिक परेशानियों को दूर करने की प्रार्थना करें -
जानते हैं माता लक्ष्मी को फूल चढ़ाने का यह मंत्र विशेष -
ऊँ मनस: काममाकूतिं वाच: सत्यमशीमहि।
इस मंत्र के साथ वैभव महालक्ष्म्यै नम: पुष्पम् समर्पयामी बोल माता लक्ष्मी को लाल फूल जैसे गुलाब, गुड़हल चढ़ाएं। यथाशक्ति भोग, धूप व दीप लगाकर आरती करें। लक्ष्मी की प्रसन्नता का यह उपाय देवी उपासना के दिन शुक्रवार व नवमी का अपनाना भी मंगलकारी माना गया है।
मां लक्ष्मी कल्याणी भी पुकारी जाती हैं। क्योंकि यह पावनता का संबंध कर्म, वचन और व्यवहार से जोड़कर व्यक्ति को अंदर व बाहर दोनों ही रूप से समृद्ध व वैभवशाली बनाती है। इस तरह जगतजननी दुर्गा का यह स्वरूप शक्ति व संपन्नता का वरदान देने वाला माना जाता है।
कार्तिक मास की अमावस्या लक्ष्मी की उपासना का विशेष और शुभ दिन माना जाता है। जिसमें लक्ष्मी पूजा के अनेक विधान है। किंतु शास्त्रों में भक्ति में भाव का महत्व बताया गया है। इसलिए लक्ष्मी कृपा के लिए पूजा के कुछ आसान व छोटे उपाय भी शुभ फलदायी माने गए हैं।
इसी कड़ी में अगर आप भी किसी विवशता के चलते दीपावली पर माता लक्ष्मी की पूजा के लिए अधिक वक्त न दे पाएं तो मात्र लाल गंध, लाल अक्षत के साथ नीचे लिखे मंत्र के साथ लाल फूल देवी के चरणो में समर्पित कर अशांति का अंत व सुख, शांति और आर्थिक परेशानियों को दूर करने की प्रार्थना करें -
जानते हैं माता लक्ष्मी को फूल चढ़ाने का यह मंत्र विशेष -
ऊँ मनस: काममाकूतिं वाच: सत्यमशीमहि।
इस मंत्र के साथ वैभव महालक्ष्म्यै नम: पुष्पम् समर्पयामी बोल माता लक्ष्मी को लाल फूल जैसे गुलाब, गुड़हल चढ़ाएं। यथाशक्ति भोग, धूप व दीप लगाकर आरती करें। लक्ष्मी की प्रसन्नता का यह उपाय देवी उपासना के दिन शुक्रवार व नवमी का अपनाना भी मंगलकारी माना गया है।
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