अनिष्टकारी ग्रहों के उपाय
ज्योतिषशास्त्र में अनिष्ट ग्रहों के निवारण के जो उपाय बताए गए हैं। उनमें से बहुत से उपाय तो ऎसे हैं जो महंगे, श्रम साघ्य, कठिन और सावधानियों से जकड़े होने के कारण जन-सामान्य के लिए कठिन हैं। यहां हम कुछ सरल उपायों की चर्चा कर रहे हैं, जिन्हें हर कोई व्यक्ति आसानी से कर सकता है।
सूर्य यदि अनिष्टकारी हो, तो लाल रू माल का प्रयोग करें। तांबे के पात्र में पानी पीएं। इलायची का सेवन करें।
चंद्र शांति के लिए सफेद रू माल का प्रयोग करें। चांदी के बर्तनों का प्रयोग करें। सफेद वस्त्र पहनें।
मंगल की शांति के लिए लाल रू माल का प्रयोग करें। तांबे के बर्तन काम में लें। लाल वस्त्र पहनें। रक्त चंदन का तिलक लगाएं।
बुध की शांति के लिए हरे रंग के रू माल का उपयोग करें। हरे वस्त्र पहनें। गणेशजी को दुर्वा चढ़ाएं।
गुरू की शांति के लिए पीले रू माल का उपयोग करें। पीले वस्त्र पहनें। पीले रंग की माला पहनें।
शुक्र की शांति के लिए सफेद रू माल का उपयोग करें। सफेद वस्त्र पहनें। सफेद फूल की माला पहनें।
राहु-केतु की शांति के लिए काला रू माल उपयोग में लें। काले वस्त्र पहनें। घड़ी का पट्टा काला रखें। आंखों में अंजन लगाएं। ग्रह जनित दोष निवारण मंत्र जप से भी संभव है।
ज्योतिषशास्त्र में अनिष्ट ग्रहों के निवारण के जो उपाय बताए गए हैं। उनमें से बहुत से उपाय तो ऎसे हैं जो महंगे, श्रम साघ्य, कठिन और सावधानियों से जकड़े होने के कारण जन-सामान्य के लिए कठिन हैं। यहां हम कुछ सरल उपायों की चर्चा कर रहे हैं, जिन्हें हर कोई व्यक्ति आसानी से कर सकता है।
सूर्य यदि अनिष्टकारी हो, तो लाल रू माल का प्रयोग करें। तांबे के पात्र में पानी पीएं। इलायची का सेवन करें।
चंद्र शांति के लिए सफेद रू माल का प्रयोग करें। चांदी के बर्तनों का प्रयोग करें। सफेद वस्त्र पहनें।
मंगल की शांति के लिए लाल रू माल का प्रयोग करें। तांबे के बर्तन काम में लें। लाल वस्त्र पहनें। रक्त चंदन का तिलक लगाएं।
बुध की शांति के लिए हरे रंग के रू माल का उपयोग करें। हरे वस्त्र पहनें। गणेशजी को दुर्वा चढ़ाएं।
गुरू की शांति के लिए पीले रू माल का उपयोग करें। पीले वस्त्र पहनें। पीले रंग की माला पहनें।
शुक्र की शांति के लिए सफेद रू माल का उपयोग करें। सफेद वस्त्र पहनें। सफेद फूल की माला पहनें।
राहु-केतु की शांति के लिए काला रू माल उपयोग में लें। काले वस्त्र पहनें। घड़ी का पट्टा काला रखें। आंखों में अंजन लगाएं। ग्रह जनित दोष निवारण मंत्र जप से भी संभव है।
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