राशि के स्वामी ग्रह की अनुकूलता के लिए शिवोपासना बेहतर उपाय है। शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव हर ग्रह की पीड़ा हर सकते हैं शास्त्रों में उल्लिखित है कि जन्मकुंडली में चाहे कितनी भी पीड़ा क्यों न हो, अगर सच्चे मन से शिवोपासना की जाए, तो सभी ग्रहों की पीड़ा से मुक्ति पाई जा सकती है। विशेषकर शिव के प्रिय मास में भगवान शिव का रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय जप बड़ी से बड़ी ग्रह बाधा को भी दूर कर सकता है। इस मास में शिवोपासना के साथ राशि के स्वामी ग्रह को प्रबल बनाकर जीवन में सुख-शांति और समृद्धि पाई जा सकती है।
मेष राशि के जातक अगर अपने ग्रह स्वामी मंगल को शांत रखने के लिए श्रावण मास में प्रत्येक मंगलवार अथवा पूरे मास में बेलपत्र पर सफेद चंदन से श्रीराम लिखकर शिवलिंग पर अर्पित करें, तो इन्हें शिव कृपा मिलती है।
वृष राशि के जातक यदि ग्रह स्वामी शुक्र को शांत रखने के लिए शुक्रवार का व्रत रखें और शिवलिंग का दूध-दही से अभिषेक करें तथा भगवान का सफेद चंदन से तिलक करें, तो लाभ होगा। साथ ही हरशृंगार के फूलों से बनी माला भी भगवान को अर्पित करें, तो कार्यों में बाधा नहीं आएगी।
मिथुन राशि वालों को बुध ग्रह की प्रसन्नता के लिए श्रावण मास में भगवान शिव का शहद से रुद्राभिषेक करना चाहिए। इसके बाद गाय को हरी घास खिलाने से वर्ष भर आर्थिक संपन्नता बनी रहती है।
कर्क राशि के जातक चंद्रमा की शांति के लिए श्रावण मास में भगवान शिव को दूध, दही, गंगाजल व मिश्री से स्नान कराएं। इससे उनका चित्त भी शांत रहेगा और बाधाएं भी दूर होंगी।।
सिंह राशि वाले जातक स्वामी ग्रह सूर्य की प्रसन्नता हेतु श्रावण मास में शुद्ध देसी घी से भगवान शिव को स्नान कराएं, तो वह सदैव अपने शत्रुओं से सुरक्षित रहेंगे। साथ ही आर्थिक संकट से भी बचे रहते हैं।
कन्या राशि वाले बुध ग्रह की प्रसन्नता के लिए श्रावण मास में दूध और शहद से भगवान शिव का अभिषेक करें। इसके बाद बेलपत्र, मदार के पुष्प, धतूरा एवं भांग अर्पित करें, तो अपयश अथवा आर्थिक हानि से पूर्णत: बच सकते हैं।
तुला राशि वाले जातक शुक्र ग्रह को खुश करने के लिए श्रावण मास में दही और गन्ने के रस से शिवलिंग को स्नान कराएं तथा पूजन के बाद गरीबों को मिश्री दान करें, तो पूरे वर्ष समस्याओं से लड़ने की शक्ति मिलेगी।
वृश्चिक राशि के जातक अगर मंगल ग्रह को खुश करना चाहते हैं, तो श्रावण मास में शिवलिंग पर तीर्थस्थान का जल तथा दूध में शक्कर एवं शहद मिलाकर स्नान कराने के बाद रक्त चंदन से तिलक करें, तो लाभ मिलता है और शत्रु परास्त होते हैं।
धनु राशि के जातक बृहस्पति ग्रह को अनुकूल बनाने के लिए श्रावण मास में कच्चे दूध में केसर, गुड़ व हल्दी मिलाकर शिवलिंग को स्नान कराएं। तत्पश्चात हल्दी व केसर से तिलक करें, तो वह आर्थिक संकट में नहीं फंसते। विद्यार्थी वर्ग को भी लाभ होता है।
मकर राशि के जातक अपने स्वामी ग्रह शनि को प्रसन्न करने के लिए घी, शहद, दही और बादाम के तेल से शिव का अभिषेक करें तथा नारियल के जल से स्नान कराकर नीले पुष्प अर्पित करें, तो शत्रुबाधा एवं मानसिक कष्ट से राहत मिलती है।
कुंभ के जातक यदि इस मास में भगवान शिव को भस्म मिश्रित गंगाजल से स्नान कराने के बाद सरसों के तेल का तिलक लगाएं, तो ये शारीरिक कष्ट, धनहानि, पारिवारिक कष्ट आदि बाधाओं से बचते हैं।
मीन राशि के जातक अपने ग्रह स्वामी बृहस्पति की कृपा पाने के लिए यदि श्रावण मास में भगवान शिव को कच्चे दूध में हल्दी मिलाकर अर्पित करें और इसके बाद केसर का तिलक करें। पीले पुष्प तथा केसर के रेशे अर्पित करें, तो इन्हें समस्त सुख मिलते हैं।
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