बहुत बार जन्म कुंडली में दो से पाँच ग्रह ख़राब हालत में होते है /जब की स्थिति ऐसी नही होती की शान्ति के लिए कुछ कर सके /शास्त्रों में हर समय के लिए सोच रखा है /कई ग्रह जब ख़राब हालत में हो तो जडी बूटी का स्नान फायदे मंद है जो बड़ा सरल भी है
/जडी बूटी को कूट कर एक जगह रख दे /और शुभ मूहूर्त में स्नान शुरू करे /यह सिलसिला लंबे समय तक चलाए /कम से कम ३० दिन या ६० दिन या ९० दिन तक
/तरीका यह है की एक दिन पहले २५ ग्राम जडी बूटी ले और एक कप पानी में रात को रख दे /दूसरे दिन छान कर स्नान के पानी में मिला दे /और पूरब दिशा की तरफ़ मुँह कर स्नान बैठ कर करे /साथ में खराब ग्रह के नाम के आगे ॐ और नाम के बाद नमः जोड़ दे जैसे ॐ मंगलाय नमः / स्नान के बाद साबुन ना लगाए /नव ग्रह जडी बूटी इस प्रकार है -नागरमोथा, देवदारु ,मेंसिल ,केशर ,इलायची, pdmaक्श,महुवा का फूल,सुगंध बाला, शंख,सिप ,कुमुद, सोंठ, सोंफ, लाल चन्दन, सिंगरफ, मालकांगनी, मौलसरी, , बहेडे,हदे , गोमय, चावल,गोरोचन, आंवला,मुलैठी, सरसों,मालती के फूल, हल्दी,काले तिल,लोधा,नागबेल,लोबान, वाच, गुद्ची, हिंगोट, तगर, /इन सभी को कूट ले और प्रति दिन प्रयोग में ले /सभी ग्रहों के दोष शांत हो जाए गा /