इन्हीं समस्याओ का विश्लेषण करते हुए, यहा कुछ ऐसे उपाय दिये जा रहे हैं, जिनका प्रयोग 45 दिन तक निरंतर करने से चमत्कारिक रुप से प्रभाव दिखाई देगा।
विवाह बाधा योग ::-
- विवाह होने मे यदि किसी भी प्रकार की बाधा आती है तो, गाय को हरी घास एवं हिजडे को नगद धन राशि का दान अवश्य करे।
- अपने साथ एक पीले वस्त्र मे एक लौंग का जोडा, एक पीतल का सिक्का एवं थोडी केशर सदैव रखे। यह आपके निकट आने वाली नकारात्मक उर्जा को रोकेगी।
- प्रत्येक सोमवार को शिवलिंग को कच्चे दूध से स्नान करा कर एक नागकेसर का जोडा एवं पाच पीले फूल अर्पित करें। यह करने के बाद उसी समय बैल अथवा गाय को कोई भी मिठाई के साथ एक केला अवश्य खिलाये।
दाम्पत्य सुख बाधा योग ::-
- एक चांदी व स्वर्ण मिश्रित कडा बनवाकर अभिमंत्रित करने के पश्चात् प्रत्येक सोमवार या बुधवार को माता के चरणो में रखकर श्री सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करे। उपरोक्त विधि सवा माह तक करें। सवा माह पूर्ण होने के पश्चात् कम से कम पांच कन्याओ को भोजन करवाये एवं कोई उपहार देकर विदा करे। इसके पश्चात् उस कडे को बाये हाथ मे धारण करे।
- अपने भोजन की अंतिम रोटी को कुत्ते को खिलाएं।
- पत्नी यदि रात्रि मे सोने के पहले माता पार्वती का स्मरण करती है तो, उनका वैवाहिक जीवन सदैव सुखद ही रहता है।
जीविकोपार्जन बाधा योग (नौकरी एवं व्यवसाय) ::-
- आप जिस संस्थान मे नौकरी करते है, वहा आपके शत्रु आपके विरोध मे कोई न कोई षडयंत्र रचते रहते हैं तो आप किसी शनि अमावस्या को भगवान शिव से अपने शत्रु शमन का निवेदन करते हुए सरसो तेल से शिवलिंग का अभिषेक करें। इस उपाय से आपके शत्रुओ का शमन अत्यंत तीव्र गति से होगा।
- यदि आपके कर्मक्षेत्र में कोई न कोई बाधा आती रहती है तो आप मंगलवार को किसी भी सिद्ध हनुमान मन्दिर में जाकर एक पान के पत्ते पर मक्खन, सिन्दूर, गुड, कर्पूर एवं 11 चने के दाने रखकर एक जनेउ के जोडे के साथ प्रभु को अपनी समस्या निवेदन करते हुए अर्पित करे और यह समस्त सामग्री प्रभू के चरणो मे रखकर श्री बजरंगबाण का पाठ करते हुए प्रभू के बाये चरण का सिन्दूर लेकर तिलक करे। आपके द्वारा यह उपाय करते ही आपको चमत्कारिक रुप से लाभ होता दिखाई देगा।
- यदि आपके कर्मक्षेत्र मे आपकी उन्नति नहीं हो पा रही हो तो, आप निम्न उपाय करे - किसी भी पूर्णिमा के दिन शिव मन्दिर मे शिवलिंग को दूध से स्नान करवाये तथा मा दुर्गा को पीली चुनरी भेंट करे।
कर्ज बाधा योग ::-
- यदि आपकी पत्रिका मे प्रबल कर्जबाधा योग है तो, आप नियमित रुप से श्री शनि चालीसा का पाठ करे तथा शुक्लपक्ष के प्रथम शनिवार से आरंभ कर लगातार तीन शनिवार पीपल के नीचे एक सूखे खोपरे में शक्कर व तिल भरकर जमीन में दबाये तथा सरसो के तेल का दीपक लगावें। यह उपाय करने से कितनी भी आवश्यकता हो आपको कर्ज लेने की आवश्यकता नहीं होगी।
- यह उपाय उनके लिए है -
(अ) जो कर्ज ले तो चुके हैं परंतु वापस नहीं कर पा रहे हैं।
(ब) जिनकी पत्रिका में कर्ज का योग है परंतु जातक मन से कर्ज लेने का इच्छुक नहीं है।
इसके लिये सर्वप्रथम आपको पांच लघु नारियल तथा इतने ही अभिमंत्रित गोमती चक्र की आवश्यकता होती है। यह उपाय आप किसी भी चतुर्थी तिथि से आरंभ कर सकते हैं। इस दिन आप सुबह श्री गणेशजी का मानसिक स्मरण कर अपनी समस्या से मुक्ति हेतु प्रार्थना करे। अब आप एक हरे वस्त्र में एक लघु नारियल, एक गोमती चक्र, 21 हरी मूंग के दाने तथा एक बेसन का लड्डू रखकर इसकी एक पोटली बना लें। इसके पश्चात् निकट के ही श्री गणेश मन्दिर में जाकर, शुद्ध घी का दीपक तथा धूप-अगरबत्ती अर्पित करने के साथ 11 मोदक का भोग लगावें । इसके बाद एक बार श्री गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करें। पाठ करने के पश्चात् अपने साथ लाई हुई पोटली को श्री गणेश के चरणों में रखें व सात परिक्रमा कर लें। इसके बाद लगातार पाच दिन तक यह क्रिया करें। छठे दिन आप निकट के किसी भी शिव मन्दिर में जाकर कच्चे दूध से स्नान कराकर, मा पार्वती को पीली चुनरी भेंट करें । उपरोक्त उपाय करने से सभी को चमत्कारिक रुप से लाभ प्राप्त होगा।
भवन सुख बाधा योग ::-
- सोते समय अपने सिरहाने तांबे के पात्र में जल भरें और उस जल में एक चुटकी रोली एवं एक छोटी डली गुड की रखें। सुबह उठकर उस जल को पीपल के वृक्ष में डाल दें। यह उपाय करने से भवन बाधा समाप्त हो जाएगी।
- शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार को आप सांध्यकाल में निकट के किसी भी हनुमान मन्दिर में चमेली के तेल का दीपक और गुग्गुल की धूप के साथ आठ सौ ग्राम साबूत चने एवं सवा सौ ग्राम गुड का नैवेद्य अर्पित कर श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके पश्चात् हनुमानजी के बायें पैर के सिन्दूर से स्वयं का तिलक करें। नैवेद्य के चने और गुड में से थोडा-थोडा एक स्थान पर निकालकर बाकी को बांट दें। निकाली हुई सामग्री के साथ सवा किलो तथा सवा किलो गुड मिलाकर, चने बन्दरों को खिला दें और गुड गाय को खिला दें। इसके पश्चात् नित्य श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें।
स्वास्थ्य बाधा योग ::-
- यदि घर में परिवार के किसी सदस्य को कोई रोग हुआ हो तो, सुबह भोजन के समय अपने हाथ से प्रथम रोटी बनाकर किसी गाय को गुड के साथ खिलायें। इसी प्रकार सांध्यकाल के भोजन के बाद अन्तिम रोटी पर सरसों का तेल लगाकर गुड रखकर कुत्ते को खिलायें। यह उपाय करने से रोगी को अतिशीघ्र स्वास्थ्य लाभ होगा।
- किसी भी सोमवार को साबुदाने की खीर बनाकर किसी भी शिव मन्दिर में भगवान शिव को अर्पित कर गरीबों में बांटे और थोडा प्रसाद रोगी को अवश्य दें।
- किसी भी गुरुवार को एक सफेद वस्त्र में एक लौंग का जोडा व थोडा सा कपूर बांधकर रोगी (पुरुष) के बाये हाथ में और स्त्री रोगी के दायें हाथ में बांध दें। उक्त वस्तुआंे को धारण करने के पश्चात् रोगी में चमत्कारिक रुप से लाभ प्राप्त होगा।
शिक्षा बाधा योग ::-
- यदि शिक्षा के क्षेत्र में आपको किसी भी प्रकार की बाधा आ रही हो तो, प्रत्येक गुरुवार केले के वृक्ष को शुद्ध घी का दीपक अर्पित कर सामान्य जल से सींचे। स्वयं केशर का सेवन कर गाय को भोग दें। यह उपाय शिक्षा संबंधी आने वाली बाधाओ को दूर करता है।
- यदि आपकी संतान की शिक्षा में किसी प्रकार की बाधा आ रही है तो, आप संतान के जन्मदिवस पर किसी निर्धन विद्यार्थियो को उनके प्रयोग की पुस्तकें भेंट करें। यह उपाय करने से शिक्षा ग्रहण करने में शीघ्रतम लाभ प्राप्त होगा।
- गुरुवार को भगवान दत्तात्रय मन्दिर में जाकर शुद्ध घी का दीपक अर्पित करने के साथ-साथ पीला वस्त्र, कोई भी एक पुस्तक व कलम (सिर्फ एक बार) अर्पित कर विद्या में सफलता प्रदान करने हेतु प्रार्थना करें।
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