नाम जप से कई बाधाओं से मुक्ति :
कालभैरव के नाम जप से अनेक रोगों से मुक्ति संभव है। वे संतानदाता और आयुवर्धक हैं। एक सौ आठ नामों का नित्य पारायण कई भक्त करते हैं और लाभ उठाते हैं। जिनके घर में प्रेत बाधा या नित्य कलह की आशंका हो, शत्रु परेशानी हो, वहां शनिवार या मंगलवार को भैरव पाठ, काल संकर्षण तंत्रोक्त बटुक भैरव अष्टोत्तरशत नाम स्तोत्र का पारायण करने से इन झंझटों से मुक्ति पाई जा सकती है। भैरव के अनेक स्तोत्र पाठों में रं, कं, गं, भं, क्षं, वै आदि बीजाक्षर मिलते हैं, जिनका उच्चरण बहुत ध्यानपूर्वक करना चाहिए।
कालभैरव के नाम जप से अनेक रोगों से मुक्ति संभव है। वे संतानदाता और आयुवर्धक हैं। एक सौ आठ नामों का नित्य पारायण कई भक्त करते हैं और लाभ उठाते हैं। जिनके घर में प्रेत बाधा या नित्य कलह की आशंका हो, शत्रु परेशानी हो, वहां शनिवार या मंगलवार को भैरव पाठ, काल संकर्षण तंत्रोक्त बटुक भैरव अष्टोत्तरशत नाम स्तोत्र का पारायण करने से इन झंझटों से मुक्ति पाई जा सकती है। भैरव के अनेक स्तोत्र पाठों में रं, कं, गं, भं, क्षं, वै आदि बीजाक्षर मिलते हैं, जिनका उच्चरण बहुत ध्यानपूर्वक करना चाहिए।
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