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Monday 27 June 2011

झटपट मिलेगी खुशखबरी..देवी को ये फूल चढ़ाकर मांगे मन्नत!


दुर्गा यानी मातृशक्ति की पूजा और स्मरण का भाव यही है कि मानसिक, शाब्दिक वैचारिक आदि दोषों से बचें और पहचानें। क्योंकि ये दुर्गुण व्यावहारिक जीवन में शत्रु की तरह या उससे भी अधिक कठिनाईयों और परेशानियों का कारण बनते हैं।




हिन्दू धर्म में शुक्रवार और नवमी की तिथि देवी पूजा से शक्तियों के बूते सुख और सफलता की कामना को पूरी करने के लिए शुभ मानी जाती है। यह तिथि शत्रु नाश और आक्रमण के लिए भी शुभ बताई गई है। जिसमें प्रतीकात्मक और सकारात्मक भाव से यही सीख है कि अपने स्वाभाविक और व्यावहारिक दोष रूपी शत्रुओं पर बुद्धि और संयम से विजय पाएं, न कि हिंसा भाव को जीवन में उतारें।



अगर आप भागदौड़ भरे जीवन में देवी उपासना के बड़े विधानों का पालन न कर पाएं, तो शास्त्रों में ऐसे छोटे-छोटे उपाय भी है, जो कम समय लेकर शुभ फलदायी और कामनापूर्ति करते हैं। जानते हैं देवी उपासना का ऐसा ही आसान उपाय -



- यह आसान उपाय है - शुक्रवार या नवमी तिथि पर माता की उपासना में देवी को प्रिय कुछ विशेष फूलों का अर्पण कर मन्नत मांगना। माना जाता है कि फूल विशेष चढ़ाकर मात कृपा से मनोकामना शीघ्र पूरी होती है और सुखों से झोली भर जाती है।



- देवी उपासना के लिए पवित्र भावों के संकल्प के साथ प्रात: स्नान कर किसी देवी मन्दिर में नीचे लिखे देवी मंत्र से देवी का ध्यान कर देवी की पूजा में लाल चंदन, लाल अक्षत, लाल वस्त्र, सुहाग की वस्तुएं और लाल फूल अर्पित करें -



ॐ अम्बे अम्बिकेम्बालिके न मा नयति कश्चन्।



ससत्यश्वक: सुभद्रिकां काम्पीलवासिनीम्।।



हेमाद्रितनयां देवी वरदां शङ्करप्रियाम्।



लम्बोदरस्य जननीं गौरीमावाहयाम्यहम्।।



- देवी को प्रिय लाल फूलों के अलावा नीचे बताए कुछ सफेद फूलों को विशेष रुप से चढ़ातें हुए मन्नत मांगे -



चमेली के सफेद फूल, सफेद कमल, अशोक, चंपा, मौलसिरी, कनेर, आक, शंखपुष्पी। शिव को चढ़ाए जाने वाले सारे फूल भी देवी को चढ़ाए जा सकते हैं।



- देवी की पूजा के बाद मौसमी फल या पकवानों का भोग लगा घी के दीप से माता की आरती करें। अंत में दोष और त्रुटियों के लिए क्षमा मांग मनोरथ पूर्ति में आने वाली बाधाओं से रक्षा की कामना करें।

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