मंगल स्नान
जिस व्यक्ति पर मंगल ग्रह की महादशा या अन्तर्दशा चल रही हो उसे मंगल ग्रह को शुभ बनाने के लिए अग्रलिखित वस्तुओं को एकत्रित करके पानी में डालकर उस पानी से स्नान करना चाहिए
. मंगल स्नान की वस्तुएं – सोंठ, सोंफ, मौलसिरी के फूल, सिंगरक, मॉल कंगनी और लाल चन्दन.
इन सभी को एक साथ पानी में भिगोकर एक रत के लिए रख दें दूसरे दिन सुबह पानी को छानकर उससे स्नान कर लें.
इन वस्तुओं को पानी में डालने के लिए मिट्टी के कलश का प्रयोग किया जा सकता है.
मंगल ग्रह के कारन हो रही रोग पीड़ा को शांत करने के लिए भी यह प्रयोग बहुत उपयोगी है.
जिस मंगली कन्या के विवाह में विलम्ब हो रहा हो उसे भी यह प्रयोग करना चाहिए. यह प्रयोग शुक्ल पक्ष में मंगलवार को शुरू करना है. प्रत्येक मंगलवार को यह स्नान करना
जिस व्यक्ति पर मंगल ग्रह की महादशा या अन्तर्दशा चल रही हो उसे मंगल ग्रह को शुभ बनाने के लिए अग्रलिखित वस्तुओं को एकत्रित करके पानी में डालकर उस पानी से स्नान करना चाहिए
. मंगल स्नान की वस्तुएं – सोंठ, सोंफ, मौलसिरी के फूल, सिंगरक, मॉल कंगनी और लाल चन्दन.
इन सभी को एक साथ पानी में भिगोकर एक रत के लिए रख दें दूसरे दिन सुबह पानी को छानकर उससे स्नान कर लें.
इन वस्तुओं को पानी में डालने के लिए मिट्टी के कलश का प्रयोग किया जा सकता है.
मंगल ग्रह के कारन हो रही रोग पीड़ा को शांत करने के लिए भी यह प्रयोग बहुत उपयोगी है.
जिस मंगली कन्या के विवाह में विलम्ब हो रहा हो उसे भी यह प्रयोग करना चाहिए. यह प्रयोग शुक्ल पक्ष में मंगलवार को शुरू करना है. प्रत्येक मंगलवार को यह स्नान करना
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