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Friday 19 August 2011

नवग्रह की शांति के लिये गायत्री मंत्र



नवग्रह की शांति के लिये गायत्री मंत्र
निम्न लिखीत मंत्रो का ग्रहो के अनुशार जाप करने से ग्रहो की प्रतिकूलता दूर होकर अनुकूलता प्राप्त होती हैं।


सूर्य गायत्री

ॐ आदित्याय च विधमहे प्रभाकराय धीमहि, तन्नो सूर्य :प्रचोदयात


चन्द्र गायत्री

ॐ अमृतंग अन्गाये विधमहे कलारुपाय धीमहि, तन्नो सोम प्रचोदयात


मंगल गायत्री

ॐ अंगारकाय विधमहे शक्तिहस्ताय धीमहि, तन्नो भोम :प्रचोदयात



बुध गायत्री

ॐ सौम्यरुपाय विधमहे वानेशाय च धीमहि, तन्नो सौम्य प्रचोदयात



गुरु गायत्री

ॐ अन्गिर्साय विधमहे दिव्यदेहाय धीमहि, जीव: प्रचोदयात



शुक्र गायत्री

ॐ भ्रगुजाय विधमहे दिव्यदेहाय, तन्नो शुक्र:प्रचोदयात



शनि गायत्री

ॐ भग्भवाय विधमहे मृत्युरुपाय धीमहि, तन्नो सौरी:प्रचोदयात





राहू गायत्री

ॐ शिरोरुपाय विधमहे अमृतेशाय धीमहि, तन्नो राहू:प्रचोदयात





केतु गायत्री

ॐ पद्म्पुत्राय विधमहे अम्रितेसाय धीमहि तन्नो केतु: प्रचोदयात

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