वैज्ञानिक दृष्टि से हवन से निकलने वाले अग्रि के ताप और उसमें आहुति के लिए उपयोग की जाने वाली हवन की प्राकृतिक सामग्री यानि समिधा वातावरण में फैले रोगाणु और विषाणुओं को नष्ट करती है, बल्कि प्रदूषण को भी मिटाने में सहायक होती है।
इस तरह हवन स्वस्थ और निरोगी जीवन का श्रेष्ठ धार्मिक और वैज्ञानिक उपाय है। खासतौर पर कुछ विशेष काल में किए गए हवन धार्मिक लाभ के साथ प्राकृतिक व भौतिक सुख भी देने वाले माने गए हैं।
इसी क्रम में दीपावली के पांच दिवसीय महाउत्सव के दौरान अलग-अलग देवी-देवताओं की प्रसन्न्ता से धन, ऐश्वर्य की कामनापूर्ति के लिए यज्ञ-हवन का विधान है। शास्त्रों में हवन से धन, ऐश्वर्य के साथ ही अच्छे स्वास्थ्य और रोगों से छुटकारा देने के लिए कुछ विशेष प्राकृतिक सामग्रियों से हवन का महत्व बताया गया है। जानते हैं अलग-अलग रोग और पीड़ाओं से मुक्ति की इन विशेष हवन सामग्रियों को -
1. दूध में डूबे आम के पत्ते - बुखार
2. शहद और घी - मधुमेह
३. ढाक के पत्ते - आंखों की बीमारी
४. खड़ी मसूर, घी, शहद, शक्कर - मुख रोग
५. कन्दमूल या कोई भी फल - गर्भाशय या गर्भ शिशु दोष
६. भाँग,धतुरा - मनोरोग
७. गूलर,आँवला - शरीर में दर्द
८. घी लगी दूब या दूर्वा - कोई भयंकर रोग या असाध्य बीमारी
९. बेल या कोई फल - उदर यानि पेट की बीमारियां
१०. बेलगिरि,आँवला,सरसों,तिल - किसी भी तरह की रोग शांति
११. घी - लंबी आयु के लिए
१२. घी लगी आक की लकडी और पत्ते - शरीर की रक्षा और स्वास्थ्य के लिए।
चूंकि सफल जीवन के लिए अच्छा स्वास्थ्य भी धन, संपदा माना जाता है। कहा भी जाता है हेल्थ इज वेल्थ और जान है तो जहान है। इसलिए दीपावली पर मात्र धन की कामना ही नहीं अच्छे स्वास्थ्य और निरोगी जीवन के लिए पूजन-कर्म के साथ इन विशेष हवन सामग्रियों से हवन स्वयं या किसी योग्य ब्राह्मण से कराएं और निरोगी जीवन का लुत्फ उठाए। हवन विशेष त्यौहार नहीं बल्कि नियमित रुप से करने पर घर और परिवार के वातावरण को शुद्ध बनाता है।
इस तरह हवन स्वस्थ और निरोगी जीवन का श्रेष्ठ धार्मिक और वैज्ञानिक उपाय है। खासतौर पर कुछ विशेष काल में किए गए हवन धार्मिक लाभ के साथ प्राकृतिक व भौतिक सुख भी देने वाले माने गए हैं।
इसी क्रम में दीपावली के पांच दिवसीय महाउत्सव के दौरान अलग-अलग देवी-देवताओं की प्रसन्न्ता से धन, ऐश्वर्य की कामनापूर्ति के लिए यज्ञ-हवन का विधान है। शास्त्रों में हवन से धन, ऐश्वर्य के साथ ही अच्छे स्वास्थ्य और रोगों से छुटकारा देने के लिए कुछ विशेष प्राकृतिक सामग्रियों से हवन का महत्व बताया गया है। जानते हैं अलग-अलग रोग और पीड़ाओं से मुक्ति की इन विशेष हवन सामग्रियों को -
1. दूध में डूबे आम के पत्ते - बुखार
2. शहद और घी - मधुमेह
३. ढाक के पत्ते - आंखों की बीमारी
४. खड़ी मसूर, घी, शहद, शक्कर - मुख रोग
५. कन्दमूल या कोई भी फल - गर्भाशय या गर्भ शिशु दोष
६. भाँग,धतुरा - मनोरोग
७. गूलर,आँवला - शरीर में दर्द
८. घी लगी दूब या दूर्वा - कोई भयंकर रोग या असाध्य बीमारी
९. बेल या कोई फल - उदर यानि पेट की बीमारियां
१०. बेलगिरि,आँवला,सरसों,तिल - किसी भी तरह की रोग शांति
११. घी - लंबी आयु के लिए
१२. घी लगी आक की लकडी और पत्ते - शरीर की रक्षा और स्वास्थ्य के लिए।
चूंकि सफल जीवन के लिए अच्छा स्वास्थ्य भी धन, संपदा माना जाता है। कहा भी जाता है हेल्थ इज वेल्थ और जान है तो जहान है। इसलिए दीपावली पर मात्र धन की कामना ही नहीं अच्छे स्वास्थ्य और निरोगी जीवन के लिए पूजन-कर्म के साथ इन विशेष हवन सामग्रियों से हवन स्वयं या किसी योग्य ब्राह्मण से कराएं और निरोगी जीवन का लुत्फ उठाए। हवन विशेष त्यौहार नहीं बल्कि नियमित रुप से करने पर घर और परिवार के वातावरण को शुद्ध बनाता है।
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