ज्योतिषी की कलम से
मासिक भविष्य कथन
(जुलाई)
आज ब्रह्माण्ड में ग्रहों की जो स्तिथी है उसका प्रत्येक मनुष्य पर जो प्रभाव पड़ता है उसको गोचर फल कहा जाता है | इस मास सभी राशियों पर गोचर फल कैसा रहेगा यह हम आपको मासिक भविष्य कथन में विस्तार से बताएँगे | इस मास जो ग्रह शुभ फल देने वाले हैं उनके शुभ प्रभाव को बढाने के लिए और जो ग्रह अशुभ फल देने वाले हैं उनके अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए कुछ उपाय बताएँगे जिनको करने से आप जीवन के शुभ फलों को प्राप्त कर सकेंगे एैसा हमारा प्रयास रहेगा क्योंकि हमारा वर्ष 2011 का संकल्प यही है कि ज्योतिष के माध्यम से इस धरती के समस्त जीवों को लाभ पहुँचाना है |
सर्व प्रथम हम उन जातकों को लेंगे जिनके नाम का पहला अक्षर (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ) से शुरू होता है यानि
1. मेष राशि (Aries) – यह मास विदेश से लाभ लेकर आ रहा है | जो जातक विदेश से संबंधित कोई कार्य (import – export) करते हैं, उनको लाभ रहेगा | वस्त्र, सुगन्धित वस्तुएँ एवं ज्वेलरी पर धन खर्च होगा | भूमी से एवं मशीनरी से लाभ होगा | ज्योतिष/पराविद्ध्याओं में ध्यान लगाने से मानसिक शांति मिलेगी | इस मास पति पत्नी आपस में झगड़ा न करें अन्यथा बनते काम बिगड़ने लगेंगे | बेटी/बहन के ससुराल वालों के साथ व्यापार ना करें |
उपाय – माथे पर पीला तिलक करें | दस नेत्रहीन व्यक्तियों को बूंदी के चार चार लड्डू खिलाएँ | शरीर पर शुद्ध सोना धारण करें | 11 मुखी रुद्राक्ष धारण करें | नौ ग्रह इत्र लगाएँ | कल्याण होगा
2. वृष राशि (Taurus) – (ई, ऊ, ए, ओ, बा, वा, बी, वी, बू, वै, बे, बो)
मेहनत एवं भागदोड करने से धन का लाभ नज़र आ रहा है | ग्रहों की गणना मान कर चलने से रुके काम बनेंगे, शत्रु नुक्सान नहीं कर पाएँगे, चोट आदि दुर्घटना से भी बचाव रहेगा | धन दौलत और परिवार का सुख मिलेगा | अपनी बहन से धन उधार ना लें | रिश्तेदारी में झगड़ा ना करें | इस मास आपके मुँह से निकली कई बातें सत्य साबित हो सकती हैं इसलिए सोच समझ कर बोलें |
उपाय – दुर्गा पाठ करें प्रातः मीठा भोजन या शहद का सेवन करें | सुबह फिटकरी से दांत साफ़ करें | मंदिर में बादाम दान करें | 12 मुखी रुद्राक्ष धारण करें | कल्याण होगा
3. मिथुन राशि (Gemini) – (क, कि, कु, घ, ड, छ, के, को, ह)
परिवार में झगड़ा ना करें | भूमी के मामले में ज़्यादा भरोसा भी ना करें तो निश्चित रूप से यह मास भूमी से लाभ लाएगा | वाहन आदि सुख के साधन भी इस मास में बढेंगे | समझ बूझ से कार्य करें | जूआ सट्टा ना खेलें, बड़ों की सलाह लेकर कार्य करें | गले एवं मुँह के रोग से बचाव रखें | लोहा, लकड़ी, सीमेंट, मशीनरी आदि का काम करने वालों के लिए यह मास अच्छा है |
उपाय – साधू की सेवा करें | मंदिर में दूध चढाएँ | लाल रंग का रुमाल पास रखें | पक्षियों को प्रातः हरी मूँग खिलाएँ | 14 मुखी रुद्राक्ष धारण करें | क्रिस्टल श्री यन्त्र अपने मंदिर में स्थापित करें | कल्याण होगा
4. कर्क राशि (Cancer) – (हि, हु, हे, हो, डा, डी, ड, डे, डो)
यह मास सरकार द्वारा कोई समस्य ला सकता है | भाई बँधुओं से झगड़ा या बटवारा भी हो सकता है हालाँकि ज़मीन जायदाद का लाभ भी हो सकता है लेकिन तो भी समझदारी से काम लें | स्किन डीजीस का ध्यान रखें | मांस मंदिरा का त्याग करें विशेष कर अंडे का सेवन इस मास में ना करें वरना पेट खराब हो सकता है |
उपाय – देसी घी की जोत जलाएँ | प्रातः उठते ही शहद का सेवन करें | बंदरों को केले व चने खिलाएँ | अपने भोजन का पहला हिस्सा गाय कौवे या कुत्ते को खिलाएँ | 15 मुखी रुद्राक्ष धारण करें | कल्याण होगा
5. सिंह राशि (Leo) – (म, मि, मे, मु, मो, टा, टि, टू, टे)
इस मास में हर काम को गुप्त तरीके से करेंगे तो उसका पूरा लाभ मिलेगा | यह मास आपके मन में धार्मिक विचार लाएगा जिससे आपको लाभ रहेगा | किसी के प्रति बुरे विचार मन में ना लाएं | अधिक गुस्सा और अपशब्द से बचें | झूठ ना बोलें तो निश्चित रूप से भाग्य आपका साथ देगा | ब्रह्म ज्ञान में रुचि रखें | सच्चाई का साथ दें | अमानत में ख्यानत अगर नहीं करेंगे तो निश्चित रूप से यह मास कई अदृश्य शुभ फलों की प्राप्ति कराएगा |
उपाय – धर्म स्थान में जाकर सिर झुकाएँ | गाय को चारा खिलाएँ | प्रतिदिन प्रातः खोय का एक पेडा खाएँ | काले घोड़े की नाल का छल्ला मध्यमा ऊँगली में धारण करें | गौरी शंकर सहित रुद्राक्ष माला धारण करें | कल्याण होगा
6. कन्या राशि (Virgo) – (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पौ)
अधिक गुस्सा सरकारी अफसर से झगड़े का कारण बनेगा और कई प्रकार से नुक्सानदायक रहेगा | कोई अस्त्र शस्त्र पास ना रखें अन्यथा कोई दुर्घटना घट सकती है | साधू महात्मा से धागा ताबीज़ कोई ना लें | ससुराल वालों के साथ कोई व्यापार ना करें | अपने एवं माता पिता के स्वास्थ का ध्यान रखें | यह मास मध्यम है इसको शांति से निकालें |
उपाय – सिर को सफ़ेद कपड़े से ढक कर रखें | दुर्गा चालीसा का पाठ करें | 9 मुखी रुद्राक्ष धारण करें | कुत्ते की सेवा करें | मज़दूर का पैसा ना रखें | शनिवार को तेल एवं तिल का दान करें | कल्याण होगा
( मासिक विचार )
जुलाई मास में श्रावण मास का प्रारंभ हो रहा है | महा शिव पुराण के अनुसार श्रावण मास में रुद्राक्ष धारण का महत्त्व कई हज़ार गुना बढ़ जाता है इसलिए आप सभी से विशेष आग्रह है कि इस मास में अपनी सामर्थ्य अनुसार रुद्राक्ष अवश्य धारण करें | शिवलिंग पर बेल पत्र चढाएँ | रुद्राक्ष माला से ऊँ नमः शिवाय अथवा मृतंजय मन्त्र का पाठ करें | अवश्य कल्याण होगा
7. तुला राशि (Libra) – (रा, री, रु, रे, रो, ता, ति, तु, ते)
शनि देव आपके कई कामों में विघ्न उत्पन्न कर रहे हैं | बिना कारण बदनामी व ससुराल से संबंधों को खराब कर रहे हैं | आँखों से ह्रदय से या खून से संबंधित कोई समस्या आ सकती है | इस मास कोई भी वस्तु मुफ्त में ना लें | शनि का दान करते रहने से धन लाभ भी होगा और समस्याएं कम भी होंगी | हरे रंग के कांच का सामान इस मास में ना खरीदें | मेहनत पर विश्वास रखें | सरकारी अफसर से झगड़ा ना करें |
उपाय – हनुमान चालीसा का पाठ करें | चांदी की छोटी मटकी में शहद भरके घर में रखें | रसोई में पीतल के बर्तनों का प्रयोग करें | शनिवार को काले चने दान करें | 12 मुखी रुद्राक्ष धारण करें | क्रिस्टल श्री यन्त्र स्थापित करें | कल्याण होगा
8. वृश्चिक राशि (Scorpio) – (तो, न, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
यह मास सुख के साधन, धन एवं वाहन बढ़ाने वाला है | वस्त्र, सुगन्धित द्रव्य एवं आभूषण इस मास आप खरीदने जा रहे हैं | घर में इलेक्ट्रोनिक्स खराब ना रखें | धार्मिक गतिविधियों का विरोध ना करें | साधुओं की बुराई ना करें | यह मास कोई उच्च पद दिलाकर राजा जैसी शान बढ़ाएगा | धार्मिक प्रवर्ती रखकर इस मास के शुभ फल का अधिक से अधिक उपयोग करें |
उपाय – पानी में मीठा डालकर सूर्य देव को जल चढाएँ | शुद्ध चांदी धारण करें | मछलियों को आता डालें | चांदी की मटकी में शहद भरके घर में रखें | गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करें | कल्याण होगा
9. धनु राशि (Sagittarius) – (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फ, ढे, भे)
शत्रु हंता मास है यानि शत्रु मुँह की खाएँगे और चाहकर भी आपका कुछ न बिगाड़ पाएँगे | कारोबार में पहले से अधिक मेहनत करनी पड़ेगी तभी अधिक धन कम पाएँगे | धनादि के लालच में ससुराल वालों से झगड़ा ना करें अन्यथा बिना कसूर सज़ा मिलने का भय रहेगा | अगर आप व्यापारी हैं तो इस मास में अपना स्वभाव नर्म रखें और सच बोलें | घर में पूजा का स्थान ना बदलें | साधू फकीर से धागा, ताबीज़, जल और भभूती आदि ना लें | रसोई में मांस मछली ना पकाएँ तो यह मास आपको अच्छा धन का लाभ कराके जाएगा |
उपाय – विधवा स्त्री को बर्फी खिलाएँ | काम पर जाते समय मीठा खाकर पानी पीकर जाएँ | माथे पर पीला तिलक करें | गाय की सेवा करें | नया कपड़ा गंगा जल का छींटा देकर धारण करें | 1 मुखी से 11 मुखी तक 11 दानों का कंठा धारण करें | नौ ग्रह इत्र लगाएँ | कल्याण होगा
10. मकर राशि (Capricorn) – (मो, ज, जी, खी, खू, खे, खो, ग, गी)
विदेश सम्बन्धी कार्य करने वालों के लिए यह मास लाभदायक है | विदेश से कोई अच्छा समाचार एवं अच्छा मुनाफा आने का योग है | सरकार से भी लाभ नज़र आ रहा है | यात्राएं भी लाभदायक होती नज़र आ रही हैं | ब्याज पर पैसा किसी को ना दें | गुस्सा ना करें अन्यथा B.P बढ़ जाएगा |
उपाय – मीठे बंद ( डबल रोटी ) दूध में भिगोकर कुत्तों को खिलाएँ | शुद्ध ठोस चांदी घर पर रखें | बंदरों की सेवा करें | गेहूँ को भूनकर गुड़ के साथ बच्चों को बांटें | 11,12,13 मुखी रुद्राक्ष का कवच बनाकर धारण करें | कल्याण होगा
11. कुंभ राशि (Aquarius) – (गु, गे, गो, स, सी, सू, से, सो, द)
इस मास में लगभग सभी इच्छाएँ पूरी होंगी | खेती बाड़ी से लाभ | सरकारी विभाग से लाभ | संतान एवं परिवार की तरक्की का योग | राजा के सामान पद प्राप्ति का योग | विदेश से लाभ | लगभग यह मास हर दृष्टि से अच्छा है केवल गुस्से पर काबू रखें और चाल चलन ठीक रखें |
उपाय – नाश्ते में मीठे हलवे का सेवन करें | परिवार के रस्मों रिवाज पूरे करें | कुत्तों को रोटी खिलाएँ | रुद्राक्ष माला धारण करें | कल्याण होगा
12. मीन राशि (Pisces) – (दी, दु, य, झ, त्र, ढे, ढो, चा, चि)
जूआ सट्टा एवं बुरे कामों से दूर रहें | परिवार में शत्रुता नुकसानदायक रहेगी | दूर देश से कोई अच्छी खबर मिलेगी | सफ़ेद वस्तुओं के काम से लाभ होगा | खेती बाड़ी से भी लाभ रहेगा | पत्नी के भाग्य से कारोबार बढ़ेगा | कोई क़ुदरती शक्ति आपका बचाव करेगी | बिना लिखा पड़ी के कोई कार्य ना करें |
उपाय – दस नेत्रहीनों को चार चार बूंदी के लड्डू खिलाएँ | रात को एक कटोरी हरी मूँग की दाल भिगोकर रखें और प्रातः कबूतरों को डालें | पिता की सेवा करें | 1 से 14 मुखी तक रुद्राक्ष का कंठा धारण करें |
Diwali Festival is the autumn festival of lights celebrated by Hindus across india and world wide.
ReplyDelete