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Monday 4 July 2011

रुद्राक्ष पहनकर करें कालसर्प दोष निवारण



कालर्सप योग पर अनेक शोध हुए है। ज्योतिष इसके प्रभाव कम करने के लिए अनेक उपाय बताते है। कुंडली में मुख्य रूप से बारह तरह के कालसर्प योग बताए गए हैं। आपने काल सर्प दोष शांति के लिए अनेक तरह के उपायों के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि केवल सही रुद्राक्ष धारण करके भी कालसर्प योग के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
- प्रथम भाव में बनने वाले कालसर्प योग के लिए एकमुखी, आठमुखी और नौ मुखी रुद्राक्ष काले धागे में डालकर गले में धारण करें।
- दूसरे भाव में बनने वाले कालसर्प योग के लिए पांचमुखी, आठमुखी और नौमुखी रुद्राक्ष गुरुवार के दिन काले धागे में डालकर गले में पहनें।
- यदि कालसर्प योग तीसरे भाव में बन रहा हो तो तीनमुखी, आठमुखी और नौ मुखी रुद्राक्ष लाल धागे में मंगलवार को धारण करें।
- चतुर्थ भाव में यदि कालसर्प योग हो तो दोमुखी, आठमुखी, नौमुखी रुद्राक्ष सफेद धागे में डालकर सोमवार को रात्रि के समय धारण करें।
- पंचम भाव में बनने वाला कालसर्पयोग हो तो पांचमुखी, आठमुखी, नौमुखी रुद्राक्ष पीले धागे में गुरुवार के दिन धारण करें।
छटे भाव के कालसर्प योग के लिए मंगलवार के दिन तीनमुखी आठमुखी और नौमुखी रुद्राक्ष एक लाल धागे में पहनें।
- सप्तम भाव में कालसर्प योग हो तो छहमुखी, आठमुखी और नौमुखी रुद्राक्ष एक चमकीले या सफेद धागे में रात्रि के समय पहनना चाहिए।
- अष्टम भाव में कालसर्प योग बन रहा हो तो नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
- नवम् भाव में कालसर्प योग हो तो गुरुवार के दिन दोपहर में पीले धागे में पांचमुखी आठमुखी और नौमुखी रुद्राक्ष पहनना चाहिए।
- दशम भाव में कालसर्प योग हो तो बुधवार के दिन संध्या के समय चारमुखी, आठमुखी और नौमुखी रुद्राक्ष हरे रंग के धागे में डालकर धारण करें।
- एकादश भाव में यदि कालसर्प योग हो तो एक पीले धागे में दशमुखी, तीनमुखी, चारमुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
- यदि द्वादश भाव में कालसर्प योग हो तो शनिवार के दिन शाम को सातमुखी, आठमुखी, और नौमुखी रुद्राक्ष काले धागे में डालकर गले में धारण करे
उसके बाद कालसर्प दोष शांति की पूजा के बाद ये रुद्राक्ष धारण करने से कालसर्प योग वाले के जीवन से कालसर्प योग का प्रभाव कम हो जाएगा। इस दोष वाले जातक अद्भुत मानसिक शांति एवं सुख का अनुभव करेंगे।

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