Search This Blog

Wednesday, 6 July 2011

मसूर की दाल का उपाय अपनाओं फिर देखों कमाल


मसूर की दाल जो कि लाल रंग की होती है और इसका संबंध मंगल ग्रह से माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार मंगल ग्रह को सेनापति का पद प्राप्त है। मंगल देव का रंग लाल है और लाल रंग की वस्तुएं उन्हें बेहद प्रिय हैं। इसी वजह से मंगल की बाधाओं को दूर करने के लिए लाल रंग की वस्तुओं से जुड़े पूजन आदि कर्म किए जाते हैं।

ज्योतिष शास्त्र में नौ ग्रह बताए गए हैं जो अपनी स्थितियों के अनुसार हमें शुभ-अशुभ फल प्रदान करते हैं। मंगल देव को सेनापति माना जाता है इसी वजह से मनुष्य पर इनका प्रभाव काफी अधिक पड़ता है। मंगल दोष के कारण व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यदि किसी की कुंडली में मंगल अशुभ है तो उसे जीवन में भूमि, विवाह, हमारे शरीर में रक्त से जुड़ी बीमारियों और परेशानियों से जुझना पड़ता है।

हमारे शरीर में रक्त में मंगल देव का निवास माना जाता है
सी वजह से मंगल के अशुभ होने पर व्यक्ति रक्त से जुड़ी बीमारियां होने की संभावनाएं बनी रहती हैं। लाख कोशिशों के बाद भूमि से जुड़े मामलों में सफलता मिलने में भी शंका रहती है। इसके अलावा मंगल दोष वाले व्यक्ति को विवाह में भी कई प्रकार की परेशानियां उठानी पड़ती हैं, विवाह देर से होता है।

मंगल के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए मसूर की दाल का दान सबसे अच्छा और सस्ता उपाय है। मंगल का रंग लाल है और मसूर की दाल भी लाल ही होती है।
इसी वजह से इस दाल के दान से मंगल देव अति प्रसन्न होते हैं। किसी योग्य व्यक्ति को समय-समय पर दाल का दान करने पर उसकी दुआं से भी व्यक्ति के बिगड़े कार्य बनने लगेंगे। भूमि, विवाह या रक्त से जुड़ी समस्याएं धीरे-धीरे कम होने लगेंगी।

No comments:

Post a Comment