ज्योतिष शास्त्र में नौ ग्रह बताए गए हैं जो अपनी स्थितियों के अनुसार हमें शुभ-अशुभ फल प्रदान करते हैं। मंगल देव को सेनापति माना जाता है इसी वजह से मनुष्य पर इनका प्रभाव काफी अधिक पड़ता है। मंगल दोष के कारण व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यदि किसी की कुंडली में मंगल अशुभ है तो उसे जीवन में भूमि, विवाह, हमारे शरीर में रक्त से जुड़ी बीमारियों और परेशानियों से जुझना पड़ता है।
हमारे शरीर में रक्त में मंगल देव का निवास माना जाता है
सी वजह से मंगल के अशुभ होने पर व्यक्ति रक्त से जुड़ी बीमारियां होने की संभावनाएं बनी रहती हैं। लाख कोशिशों के बाद भूमि से जुड़े मामलों में सफलता मिलने में भी शंका रहती है। इसके अलावा मंगल दोष वाले व्यक्ति को विवाह में भी कई प्रकार की परेशानियां उठानी पड़ती हैं, विवाह देर से होता है।
मंगल के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए मसूर की दाल का दान सबसे अच्छा और सस्ता उपाय है। मंगल का रंग लाल है और मसूर की दाल भी लाल ही होती है।
इसी वजह से इस दाल के दान से मंगल देव अति प्रसन्न होते हैं। किसी योग्य व्यक्ति को समय-समय पर दाल का दान करने पर उसकी दुआं से भी व्यक्ति के बिगड़े कार्य बनने लगेंगे। भूमि, विवाह या रक्त से जुड़ी समस्याएं धीरे-धीरे कम होने लगेंगी।
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