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Saturday 9 July 2011

टेंशन दूर करने का

 उपाय है यह मंत्र

मानसिक परेशानियों से मुक्ति के व्यावहारिक हल के साथ धार्मिक उपायों पर विचार करें तो शास्त्रों के मुताबिक राहु दोष मानसिक पीड़ा का कारण बनता है।
ज्योतिष शास्त्रों के मुताबिक राहु छायाग्रह और क्रूर ग्रह माना गया है। राहु के कुण्डली में बने विपरीत योग से व्यावहारिक जीवन में तनाव, क्रोध, हिंसा की भावना, दाम्पत्य तनाव या संतान से विवाद की स्थिति पैदा होती है।
शास्त्रों में ईश्वर व धार्मिक आस्था रखने वाले इसांन के लिए राहु के कारण बनने वाली ऐसी मनोदशा से छुटकारे का सटीक उपाय राहु उपासना मानी गई है। राहु उपासना के लिए शनिवार का दिन शुभ होता है। जिसमें राहु गायत्री मंत्र के साथ नीचे बताए उपाय को अपनाना श्रेष्ठ माना गया है।
- शनिवार के दिन प्रात: स्नान कर घर या नवग्रह मंदिर में राहु की प्रतिमा सामने यथासंभव नीले वस्त्र पहन, नीले ऊनी आसन पर बैठकर राहु की पूजा करें।
- राहु पूजा के लिए हाथ में नीले फूल और अक्षत लेकर नीचे लिखे राहु मंत्र से राहु का आवाहन कर फूल-अक्षत छोड़ दें -
अर्धकायं महावीर्यं चन्द्रादित्यविमर्दनम्।
सिंहिकागर्भसंभूतं तं राहुं प्रणमाम्यहम्।।
- इसके बाद पूजा में राहु को गंध, अक्षत अर्पित कर विशेष रूप से 108 नीले फूल चढ़ाते हुए नीचे लिखे राहु गायत्री मंत्र को बोलें -
ॐ शिरोरूपाय विद्महे,
अमृतेशाय धीमहि,
तन्नो राहु: प्रचोदयात्।।
- राहु की तिल से बनी मिठाई का भोग और तिल के तेल के दीप से आरती करें।
- पूजा, मंत्र जप और आरती में हुए दोष के लिए क्षमा मांग मानसिक दु:खों से रक्षा की प्रार्थना करें।

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