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Tuesday 12 July 2011

हृदय रोग



            हृदय रोग 
की बीमारी आज के इस विज्ञान के रूप में कोई असाध्य बीमारी नहीं है। परंतु फिर भी खानपान, दैनिक दिनचर्या को नियमित रखते हुये हर रोज नित्य क्रम से निवृत्त होकर स्नानोंपरांत भगवान सूर्य देव को ॐ घृणि सूर्याय आदित्याय नम:। मंत्र का जाप करते हुये जल दें। तत्पश्चात अपने पूजा स्थान में घी का दीपक जलाकर पांच आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ नियमित सुबह करें। तत्पश्चात गेहूं और गुड़ गाय को खिलायें। इस बीमारी से छुटकारा मिल जायेगा। यदि  पांच मुखी रुद्राक्ष हर रोज तांबे के जल में डालकर ढक के रख दें और सुबह खाली पेट उस जल का सेवन करने से इस बीमारी से बहुत जल्द राहत मिलने लगेगी। साथ ही पांच मुखी रुद्राक्ष के 11 दाने लाल धागे में अपने गले मे धारण करने से लाभ मिलेगा।
 

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