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Monday, 25 July 2011

कीमती रत्नों का काम करती है पेड़-पौधों की जड़ें.

 
Source: धर्म डेस्क .उज्जैन 
 
 
कई लोग ज्योतिष से इसलिए भी घबराते हैं क्योंकि कई ज्योतिषी व्यक्ति को ऊंची कीमतों वाले रत्न पहनने का सुझाव देते हैं। ज्योतिष में ग्रहों के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए केवल महंगे रत्न पहनना आवश्यक नहीं है। कई अन्य तरीके भी हैं जिससे बिना ज्यादा खर्च किए, बिना महंगे रत्न पहने भी ग्रहों के दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है। ऐसा ही एक तरीका


यदि आपकी कुंडली में कोई ग्रह खराब फल दे रहा हो या अशुभ है तो, ज्योतिषी उस ग्रह के अनुसार रत्न पहनने की सलाह देते है लेकिन यदि किसी कारण से आप रत्न नहीं पहन सकते या पहनना नहीं चाहते हैं तो, आप उस ग्रह से संबंधित पेड़-पौधों की जड़ को पहन कर संबंधित ग्रह को अपने अनुकूल कर सकते है।

किस ग्रह के लिए कौन सी जड़?

- यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य अशुभ प्रभाव दे रहा हो और सूर्य के लिए माणिक रत्न एफोर्ड नहीं कर सकते हैं तो, विकल्प के रूप में सूर्य को बल देने के लिए बेलपत्र की जड़ लाल या गुलाबी धागे में रविवार को धारण करें।

- चंद्र के शुभ प्रभाव के लिए सोमवार को सफेद वस्त्र में खिरनी की जड़ सफेद धागे के साथ धारण करें।

- मंगल को बलवान बनाने के लिए अनंत मूल या खेर की जड़ को लाल वस्त्र के साथ लाल धागे में मंगलवार को धारण करें।

- बुधवार के दिन हरे वस्त्र के साथ विधारा (आंधीझाड़ा) की जड़ को हरे धागे में पहनने से बुध देव प्रसन्न होते है।

- गुरु को बल देने के लिए केले की जड़ गुरुवार को पीले धागे में धारण करें।

- गुलर की जड़ को सफेद वस्त्र में लपेट कर शुक्रवार को सफेद धागे के साथ गले में धारण करने से शुक्र देव प्रसन्न होते हैं।

-शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शमी पेड़ की जड़ को शनिवार के दिन नीले वस्त्र में धारण करना चाहिए।

-राहु को बल देने के लिए सफेद चंदन का टुकड़ा नीले धागे में बुधवार के दिन धारण करें।

- केतु के शुभ प्रभाव के लिए अश्वगंधा की जड़ नीले धागे में गुरुवार के दिन धारण करें।

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