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Saturday, 11 June 2011

राहू की दशा / काल सर्प योग के आसान उपाय

राहू की दशा / काल सर्प योग के आसान उपाय

काल सर्प योग के निदान हेतु सबसे आसान उपाय मैं यहाँ देने जा रहा हूँ ! पहले तो ये देखें की काल सर्प योग में  राहू की स्तिथि क्या है यदि आपकी जन्म कुंडली के पहले स्थान से छठे स्थानके बीच   राहू महाराज विधमान हैं तो आपको इस का निदान पूर्णमासी के दिन करना है और यदि आपके कुंडली के पहले से छठे स्थान के बीच  केतु भगवान् विराजमान हैं तो आपको ये उपाय अमावस्या के दिन करना है और ये उपाय सिर्फ राहू काल में ही करें !
काल सर्प योग के निवारण हेतु आप लगभग सवा पांच किलो कच्चे चावल लें और उन्हें बांस की टोकरी में रख लें उसके पश्चात लगभग दो या सवा दो लीटर दूध लेकर उन चावलों के ऊपर डाल लें जिससे की चावल पूर्ण तरीके से दूध में  हो जाएँ उसके बाद राहू काल में जैसा की मैने पहले कहा है उन चावलों को ले जाकर किसी नदी में प्रवाहित कर दें और प्रवाहित करते समय राहू महाराज से प्रार्थना करतें रहे की वे आपको काल सर्प योग से होने वाले दुष्प्रभावों से मुक्ति दें तथा इस योग के जो भी सुप्रभाव हो उनको आपके जीवन मैं लायें !

उसके साथ ही काल सर्प योग का ये उपाय यदि आपको करने में असुविधा लगती हो तो जैसा मैंने बताया है की राहू  की स्तिथि देखते हुए या पूर्णमासी या फिर केतु की स्तिथि देखते हुए अमावस्या के किसी भी सोमवार से कच्चे दूध में भांग की थोड़ी पत्तियाँ डाल कर शिवलिंग पर लगतार चढ़ाएं और यदि आप लगातार करने में भी समर्थ न हों तो प्रत्येक सोमवार अवश्य करें आपको निश्चित रूप से लाभ होगा और आपके कार्यो में सफलता मिलना शुरू हो जाएगा तथा सुख का आगमन होगा ! ये उपाय कारगर हैं यदि आप विश्वास रखें तो ये वो उपाय हैं जिनसे आप बेकार के खर्चों से बचते हुए सामान्य रूप से करके लाभ उठा सकते

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