लगभग सभी व्यक्ति को पूर्णिमा के दिन तैयार किए गए चंद्रमा के छल्ले को पहनना चाहिए !!
ग्रहों के अनुसार हो या फिर पूर्वजन्म के कर्मों के अनुसार, जिस स्तर में हमने जन्म लिया , जिस स्तर का हमें वातावरण मिला, उस स्तर में रहने में अधिक परेशानी नहीं होती। पर कभी कभी अपनी जीवनयात्रा में अचानक ग्रहों के अच्छे या बुरे प्रभाव देखने को मिल जाते हैं , जहां ग्रहों का अच्छा प्रभाव हमारी सुख और सफलता को बढाता हुआ हमारे मनोबल को बढाता है , वहीं ग्रहों का बुरा प्रभाव हमें दुख और असफलता देते हुए हमारे मनोबल को घटाने में भी सक्षम होता है। हमारी मन:स्थिति को प्रभावित करने में चंद्रमा का बहुत बडा हाथ होता है। धातु में चंद्रमा का सर्वाधिक प्रभाव चांदी पर पडता है। यही कारण है कि बालारिष्ट रोगों से बचाने के लिए जातक को चांदी का चंद्रमा पहनाए जाने की परंपरा रही है। बडे होने के बाद भी हम चांदी के छल्ले को धार
पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय के वक्त यानि सूर्यास्त के वक्त चंद्रमा का पृथ्वी पर सर्वाधिक अच्छा प्रभाव देखा जाता है। इस लग्न में दो घंटे के अंदर चांदी को पूर्ण तौर पर गलाकर एक छल्ला तैयार कर उसी वक्त उसे पहना जाए तो उस छल्ले में चंद्रमा की सकारात्मक शक्ति का पूरा प्रभाव पडेगा , जिससे व्यक्ति के मनोवैज्ञानिक क्षमता में वृद्धि होगी। इससे उसके चिंतन मनन पर भी सकारात्मक प्रभाव पडता है। यही कारण है कि लगभग सभी व्यक्ति को पूर्णिमा के दिन चंद्रमा के उदय के वक्त तैयार किए गए चंद्रमा के छल्ले को पहनना चाहिए।
वैसे तो किसी भी पूर्णिमा को ऐसी अंगूठी तैयार की जा सकती है , पर विभिन्न राशि के लोगों को भिन्न भिन्न माह के पूर्णिमा के दिन ऐसी अंगूठी को तैयार करें। 15 मार्च से 15 अप्रैल के मध्य आनेवाली पूर्णिमा को मेष राशिवाले , 15 अप्रैल से 15 मई के मध्य आनेवाली पूर्णिमा को वृष राशिवाले , 15 मई से 15 जून के मध्य आनेवाली पूर्णिमा को मिथुन राशिवाले , 15 जून से 15 जुलाई के मध्य आनेवाली पूर्णिमा को कर्क राशिवाले , 15 जुलाई से 15 अगस्त के मध्य आनेवाली पूर्णिमा को सिंह राशिवाले , 15 अगस्त से 15 सितम्बर के मध्य आनेवाली पूर्णिमा को कन्या राशिवाले , 15 सितम्बर से 15 अक्तूबर के मध्य आनेवाली पूर्णिमा को तुला राशिवाले , 15 अक्तूबर से 15 नवम्बर के मध्य आनेवाली पूर्णिमा को वृश्चिक राशिवाले , 15 नवम्बर से 15 दिसंबर के मध्य आनेवाली पूर्णिमा को धनु राशिवाले , 15 दिसंबर से 15 जनवरी के मध्य आनेवाली पूर्णिमा को मकर राशिवाले , 15 जनवरी से 15 फरवरी के मध्य आनेवाली पूर्णिमा को कुंभ राशिवाले तथा 15 फरवरी से 15 मार्च के मध्य आनेवाले पूर्णिमा को मीन राशिवाले अपनी अपनी अंगूठी बनवाकर पहनें , तो अधिक फायदेमंद होगा।
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