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Monday 16 September 2013

साढ़े-सती एवं ढैया के उपाय :

शनि की साढ़े-सती एवं ढैया के उपाय :

शनि की ढैया या साढेसाती के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए निम्न-लिखित उपाय करें ---
1. - मन्त्र

(क) - महामृत्युंजय मन्त्र का सवा लाख जप ( नित्य 10 माला , 125 दिन ) करें -
" ॐ हौम् ॐ ज्ञूं ॐ सः ॐ भूः ॐ भुवः ॐ स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगंधिम् पुष्टि-वर्धनम् उर्वरुक्मीव बन्धनान् - मृत्योर्मुक्षीय -मामृतात् ॐ स्वः ॐ भुवः ॐ भूः ॐ सः ॐ ज्ञूं ॐ हौम् ॐ "
(ख ) - शनि देव के निम्न मन्त्र का जाप 21 दिन में 23000 जपें -
- " ॐ प्राम प्रीम प्रौम सः शनये नमः "
- " ॐ शन्नो-देविर्भिष्ट-य आपो भवन्तु पीतये ! शंयोर्भिश्र्वन्तु नः ! ॐ शं शनैश्चराय नमः "
- " ॐ नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम् ! छायामार्तण्ड संभूतं तं नमामि शनैश्चरं "
2. स्त्रोत
- साढेसाती पिडानाशक स्त्रोत -
( क) -
कोनाश्थः पिंगलो बभ्रुः कृष्णो रौद्रो-अंतको यमः ! सौरिः शनैश्चरो मन्दः पिप्पलादेन संस्तुतः !!
तानी शनि - नामानि जपेदाश्वथ- सन्निधौ ! शनैश्चाराक्रिता पीडा न कदाचित भविष्यति !!
या
( ख ) -
नमस्ते कोण- संस्थय पिंग्लाय नमोस्तुते ! नमस्ते बभ्रुरूपाय कृष्णाय च नमोस्तु ते !!
नमस्ते रौद्र - देहाय नमस्ते चान्तकाय च ! नमस्ते यम् -संज्ञाय नमस्ते सौरये विभो !!
नमस्ते यमद - संज्ञाय शनैस्वर नमोस्तुते ! प्रसादं कुरु देवेश दीनस्य प्रन्तस्य च !!
3. व्रत

शनिवार का व्रत रखें ! व्रत के दिन शनिदेव की पूजा ( कवच , स्त्रोत , मन्त्र जप ) करें ! शनिवार व्रत कथा पढना भी लाभकारी रहता है ! व्रत के दिन दूध , लस्सी तथा फलों का रस ग्रहण करें , सायंकाल हनुमान जी या भैरव जी का दर्शन करें ! काले उड़द की खिचडी ( काला नमक मिला सकते हैं ) या उड़द की दाल का मीठा हलवा ग्रहण करें !
4. औषधि
प्रति शनिवार सुरमा , काले तिल , सौंफ , नागरमोथा और लोध मिले हुए जल से स्नान करें !
5. दान

शनि की प्रसन्न्त्ता के लिए उड़द , तेल , नीलम , तिल , कुल्थी , भैंस , लोह , दक्षिणा और श्याम वस्त्र दान करें !
7. टोटका
( क ) - प्रत्येक शनिवार को स्नान करने से पहले पूरे शरीर में सरसों तेल लगाकर ही स्नान किया करें !
( ख ) - प्रत्येक शनिवार को सरसों तेल में अपना चेहरा देखकर उस तेल को दान कर दें !
( ग ) - शनिवार को सायंकाल पीपल वृक्ष के चारों ओर 7 बार कच्चा सूत लपेटें , इस समय शनि के किसी मन्त्र का जप करते रहें ! फिर पीपल के निचे सरसों के तेल का दीपक प्रज्ज्वलित करें , तथा ज्ञात / अज्ञात अपराधों के लिए क्षमा मांगें !
( घ ) - शनिवार के दिन उड़द , तिल , तेल , गुड मिलाकर लड्डू बना ले और जहाँ हल न चला हो वहां गाड़ दें !
( ङः) - संभव तो सिग्नापुर ( महाराष्ट्र ) स्थित शनि देव का दर्शन व पूजन अवश्य करें !

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