राशि अनुसार करें उपासना
आर्थिक समृद्घि, रुके कार्यों में प्रगति तथा न्यायिक सफलता के लिए विभिन्न राशि के जातक इन उपायों से लाभ प्राप्त कर सकते हैं.
मेष-वृश्चिक - शनिस्तवराज या शनि स्तोत्र का पाठ करें तथा हनुमानजी को चोला चढ़ाएं.
वृषभ-तुला - शनि चालीसा या अयोध्याकांड का पाठ करें तथा रात्रि में कनकधारा स्तोत्र का पठन करें.
मिथुन-कन्या - प्रातः शनि महाराज का तिल्ली के तेल से अभिषेक कर शनि कवच
का पाठ करें तथा दिन में 12 बजे गणेश सहस्त्र नामावली का पाठ करें.
कर्क - शनि पूजन के बाद भिक्षुकों को इमरती व नमकीन का दान करें.
सिंह - महाकाल शनिमृत्युंजय स्तोत्र का पाठ करें तथा रोगियों को खाद्य सामग्री का वितरण करें.
धनु-मीन - शनि स्तोत्र व स्तवराज का संयुक्त पाठ तथा सुबह 11 बजे भगवान विष्णु का पंचोपचार पूजन करें.
मकर-कुंभ - शनि देव का पंचोपचार पूजन कर पुरुष सूक्त के पाठ द्वारा तिल के
तेल से अभिषेक करें, शनि शतनामावली का पाठ करें, साधु-सन्यासी तथा संतों
को अन्नदान दें, सायंकाल रूद्र सूक्त का पाठ अवश्य करें.
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