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Saturday 10 September 2011

नक्षत्र व तीन गण

नक्षत्र व तीन गण
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार तीनों लोकों स्वर्ग, पृथ्वी व नर्क की तरह ही नक्षत्र भी तीन प्रकार के गणों में विभाजित हैं।
 
देव गण
» अश्विनी
» म्रृगशीर्ष
» पुनर्वसु
» पुष्य
» हस्त
» स्वाति
» अनुराधा
» श्रवण
» रेवती
 
मनुष्य गण
» भरणी
» रोहिणी
» पूर्व फाल्गुनी
» उत्तर फाल्गुनी
» पूर्वाषाढ़
» उत्तराषाढ़
» पूर्वभाद्रपद
» उत्तरभाद्रपद
» आर्द्र
 
राक्षस गण
» क्रृत्तिका
» आश्लेषा
» मघा
» चित्रा
» विशाखा
» ज्येष्ठ
» मूल
» धनिष्ठ

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