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Thursday 1 September 2011

गोचर ग्रहों का द्वादश भावो में फल




गोचर ग्रहों का द्वादश भावो में फल -

शुभ
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भाव


गोचर गृह


सूर्य


चन्द्र


मंगल


बुध


गुरु


शुक्र


शनि


राहू/
केतु


प्रथम


X


शुभ


X


X


X
 X



X


X


द्वितीय


X


X


X


शुभ


शुभ


शुभ


X


X

तृतीय


शुभ


शुभ


शुभ


X


X


शुभ


शुभ


शुभ


चतुर्थ


X


X


X


शुभ


X


शुभ


X


X


पंचम


X


X


X


X


शुभ


शुभ


XX


X


षष्ठ


शुभ


शुभ


शुभ


शुभ


X


X


शुभ


शुभ


सप्तम


XX


शुभ


X


X


शुभ


X


X


X


अष्टम


X


X


X


शुभ


X


शुभ


X


X


नवं 


X


X


X


X


शुभ


शुभ


X


X


दशम


शुभ


शुभ


X


शुभ


X


X


X


X


एकादश 


शुभ


शुभ


शुभ


शुभ


शुभ


शुभ


शुभ


शुभ


द्वादश


X


X


X


X


X


शुभ


X


X

प्रत्येक गृह के मार्गी , वक्री , उदय, अस्त शीघ्री अथवा मंदी होने का प्रभाव फल कथन प़र पड़ता है. गोचर फल कहते समय जन्म कुंडली का का भी विचार करना चाहिए. उदाहरण के लिए जो गृह जन्म कुंडली में अशुभ भाव में स्थित हो या नीच राशी में हो  वह गृह गोचर में शुभ भाव में स्थित होने प़र भी शुभ फल नहीं करेगा.

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