कुछ यंत्र और तंत्र प्रयोग आप के जीवन में परिवर्तन के लिए .. आपसे निवेदन है कि अपने विवेक से इनका प्रयोग करें किसी प्रकार के विपरीत प्रभाव के होने पर इनका प्रयोग न करें अगर संभव हो तो किसी के मार्गदर्शन और सलाह से इनका प्रयोग करें
तंत्र प्रयोग जिनसे बरसेगा अपार धन
कुछ यंत्र और तंत्र प्रयोग आप के जीवन में परिवर्तन के लिए
इस महंगाई के जमाने में पैंसों की तंगी होना एक सामान्य बात है। यदि आप चाहते हैं कि आपके जीवन में भी कुछ ऐसा हो जाए कि हर तरफ से धन कि बारिश होने लगे लक्ष्मी आपके दरवाजे पर दस्तक दे और आपके जीवन से सारी आर्थिक परेशानियां खत्म हो जाए तो नीचे लिखे इस उपाय को अपनाकर आप भी अपने जीवन कि धन से जुड़ी सारी समस्याओं से निजात पा सकते हैं।
- एकाक्षी नारियल को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें।
- सफेद पलाश के फूल, चांदी की गणेश प्रतिमा, व चांदी में मड़ा हुए एकाक्षी नारियल को अभिमंत्रिमत कर तिजोरी में रखें।
- घर के मुख्य दरवाजे पर कुमकुम से स्वास्तिक बनाएं और बासमती चावल की ढेरी पर एक सुपारी में कलावा बांध कर रख दें। धन का आगमन होने लगेगा।
- सुबह शुभ मुहूर्त में एकाक्षी नारियल का कामिया सिन्दूर कुमकुम व चावल से पूजन करें धन लाभ होने लगेगा।
- बिल्ली की आंवल, सियार सिंगी, हथ्था जोड़ी और कामाख्या का वस्त्र इन तीनों को एक साथ सिंदूर में रखें। उपरोक्त सामग्री में से किसी को भी तिजोरी में रखने से पहले किसी विशेष मुर्हूत में ।।ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुंण्डाये विच्चे।। इस मंत्र के जप के साथ अभिमंत्रित करें।इन टोटकों से बनने लगेंगे आपके सारे काम
अगर आपका कोई भी काम आसानी से नहीं होता है हर काम चाहे वह नौकरी से जुड़ा हो, शादी से या अन्य किसी क्षेत्र से रूकावटें और असफलताएं आपका रास्ता रोक लेती हैं तो इसके लिए ये टोटके आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं।
किसी के प्रत्येक शुभ कार्य में बाधा आती हो या विलम्ब होता हो तो रविवार को भैरों जी के मंदिर में सिंदूर का चोला चढ़ा कर बटुक भैरव स्तोत्रं का एक पाठ कर के गाय, कौओं और काले कुत्तों को उनकी रूचि का पदार्थ खिलाना चाहिए। ऐसा वर्ष में 4-5 बार करने से कार्य बाधाएं नष्ट हो जाएंगी।
- रूके हुए कार्यों की सिद्धि के लिए यह प्रयोग बहुत ही लाभदायक है। गणेश चतुर्थी को गणेश जी का ऐसा चित्र घर या दुकान पर लगाएं, जिसमें उनकी सूंड दायीं ओर मुड़ी हुई हो। इसकी आराधना करें। इसके आगे लौंग तथा सुपारी रखें। जब भी कहीं काम पर जाना हो, तो एक लौंग तथा सुपारी को साथ ले कर जाएं, तो काम सिद्ध होगा। लौंग को चूसें तथा सुपारी को वापस ला कर गणेश जी के आगे रख दें तथा जाते हुए कहें श्री गणेश काटो कलेशं।
- सरकारी या निजी रोजगार क्षेत्र में परिश्रम के उपरांत भी सफलता नहीं मिल रही हो, तो नियमपूर्वक किये गये विष्णु यज्ञ की विभूति ले कर, अपने पितरों की क्वकुशां की मूर्ति बना कर, गंगाजल से स्नान करायें तथा यज्ञ विभूति लगा कर, कुछ भोग लगा दें और उनसे कार्य की सफलता हेतु कृपा करने की प्रार्थना करें। किसी धार्मिक ग्रंथ का एक अध्याय पढ़ कर, उस कुशा की मूर्ति को पवित्र नदी या सरोवर में प्रवाहित कर दें। सफलता अवश्य मिलेगी। सफलता के बाद किसी शुभ कार्य में दान दें।
-व्यापार, विवाह या किसी भी कार्य के करने में बार-बार असफलता मिल रही हो तो यह टोटका करें सरसों के तैल में सिके गेहूँ के आटे व पुराने गुड़ से तैयार सात पूये, सात आक के पुष्प, सिंदूर, आटे से तैयार सरसों के तैल का रूई की बत्ती से जलता दीपक, पत्तल या अरण्डी के पत्ते पर रखकर शनिवार की रात्रि में किसी चौराहे पर रखें और कहें हे मेरे दुर्भाग्य तुझे यहीं छोड़े जा रहा हूँ कृपा करके मेरा पीछा ना करना।
शनिदोष मिटाएगें ये उपाय और मंत्र
ज्योतिष के अनुसार शनि को क्रूर ग्रह माना गया है। शनि को न्यायाधीश भी माना जाता है। शनिदेव की आराधना का दिन है शनिवार। इस शनिदेव के अशुभ फल को शांत करने एवं शुभ फल को बनाए रखने के लिए विभिन्न पूजन आदि कर्म किए जाते हैं। साथ ही इस दिन के लिए कई नियम भी बनाए गए हैं जिससे शनिदेव का बुरा प्रभाव हम पर न पड़े। इन्हीं नियमों में से एक है । इसी वजह से यह काफी कठोर ग्रह है। इसकी क्रूरता से सभी भलीभांति परिचित हैं। इसी वजह से सभी का प्रयत्न रहता है कि शनि देव किसी भी प्रकार से रुष्ट ना हो। शनि गलत कार्य करने वालों को माफ नहीं करता। जिसका जैसा कार्य होगा उसे शनि वैसा ही फल प्रदान करता है। नीचे लिखे उपाय अपनाकर आप शनि दोष कम कर सकते हैं।
- शिव का पूजन करें, शिवलिंग पर प्रतिदिन जल चढ़ाएं।
- श्री हनुमान की पूजा प्रतिदिन करें।
- काले उड़द, काले तिल, तेल, लोहे के बर्तन आदि, काली गाय, काले कपड़े का दान किसी जरूरतमंद को करें।
- गरीबों को खाना खिलाएं और आवश्यक मदद करें।
- शनिवार का व्रत रखें।
- पीपल की पूजा करें, जल चढ़ाएं एवं परिक्रमा करें। इसके अलावा शनि के प्रभाव को दूर करने के लिए शनिवार के दिन नीचे लिखे मंत्र का जप करने से शनि का अशुभ प्रभाव कम होने लगता है।
ऊं शं शनैश्चराय नम:
रिश्ते में बढ़ने लगेगी मिठास इस मंत्र से
परिवार में यदि पति-पत्नी के मध्य क्लेश रहता हो, अथवा अन्य पारिवारिक सदस्यों के मध्य वैचारिक मतभेद अधिक रहते हों आप समझ नहीं पा रहे हैं कि इस समस्या से आप कैसे छूटकारा पाएं। ऐसा क्या करें? कि आपका दांपत्य जीवन सुख व शांति से भर जाएं व आपसी मतभेद खत्म हो जाए। इसके लिए आप नीचे लिखे कुंजिका स्त्रोत के मंत्र का नियमित रूप से बताई गई विधि के अनुसार जप करें। निश्चित ही आपके रिश्ते में मिठास बढऩे लगेगी।
- प्रतिदिन इस मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए।
- जप लाल चन्दन की माला से करना चाहिए और पूजा के समय कालिका देवी या दुर्गा जी विग्रह पर लाल पुष्प अवश्य चढ़ाने चाहिये।
मंत्र- धां धी धू धूर्जटे: पत्नी वां वी वू वागधीश्वरी।
क्रां क्रीं क्रूं कालिका देवि शा शीं शू में शुभं कुरू।।
- पति-पत्नी के साथ-साथ यदि अन्य सदस्यों के मध्य भी किसी प्रकार के वैचारिक मतभेद हों या परस्पर सामंजस्य का अभाव हो, तो ऐसी स्थिति में यह प्रयोग किया जा सकता है। सुबह सूर्योदय के समय घर के मटके या बर्तन में से घर के सभी सदस्य पानी पीते हों, उसमें से एक लोटा जल लें और तत्पश्चात उस जल को अपने घर में प्रत्येक कक्ष में छत पर छिड़के। इस दौरान किसी से बात नहीं करें एव मन ही मन निम्रलिखित मन्त्र का उच्चारण करते रहें।
मंत्र-।। ऊं शांति।।
मंत्र से सब करने लगेंगे आपकी तारीफ
कोई भी इंसान अपनी बुराई सुनना पसंद नहीं करता है। कोई भी नहीं चाहता कि उसका दुनिया में कोई भी दुश्मन हो। लेकिन कोई कितनी भी कोशिश कर ले उसका कोई ना कोई विरोधी जरूर रहता है। ऐसे में जब कोई आपके पीठ के पीछे आपकी बुराई करता है। सफलता के रास्ते में रोड़े अटकाता है। ऐसे में तनाव होना एक साधारण सी बात है।यह कोई नहीं चाहता कि इस दुनिया में उसका कोई दुश्मन भी हो।
यह अनुभव की बात है कि कई बार जहां इंसानी प्रयास सफ ल नहीं होते, वहां कोई तंत्र-मंत्र चमत्कार कर देते हैं। अपने विरोधियों अथवा शत्रुओं को शांत करने, अपने अनुकूल बनाने अथवा अपने वश में करने के लिये, नीचे दिये गए मंत्र का नियमबद्ध जप करना आश्चर्यजनक प्रभाव दिखाता है-
मंत्र-
।। नृसिंहाय विद्महे, वज्र नखाय धी मही
तन्नो नृसिहं प्रचोदयात् ।।
जप सूर्योदय से पूर्व शांत एवं एकांत स्थान पर हो सके तो जल्द ही सफलता मिलती है।
मंत्र जो शुगर और कैंसर का काल है
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने चाहे जितनी प्रगति कर ली हो, पर बीमारियों पर नियंत्रण का उसका सपना आज तक अधूरा है। आंकड़े तो यहां तक बयान करते हैं कि दवाओं के अनुपात में रोगों की वृद्धि अधिक तेजी से हो रही है। किन्तु ऐसी विकट स्थिति में भी निराश होने की आवश्यकता नहीं है। प्राचीन समय में भारत में यंत्र-तंत्र और मंत्र के रूप में एक ऐसे विज्ञान का प्रचलन रहा है, जो बहुत ही शक्तिशाली और चमत्कारी है। आज जिन बीमारियों को लाइलाज माना जा रहा है, उनका मंत्रों के द्वारा स्थाई निवारण संभव है। तो आइये जाने ऐसे ही कुछ दुर्लभ और गुप्त मंत्र-
कैंसर रोग: कैंसर के रोगी इंसान को नीचे दिये गए सूर्य गायत्री मंत्र का प्रतिदिन कम से कम पांच माला और अधिक से अधिक आठ माला जप, नियम पूर्वक एवं पूरी श्रृद्धा और विश्वास के साथ करना चाहिये। इसके अतिरिक्त दूध में तुलसी की पत्ती का रस मिलाकर पीना चाहिए। सूर्य-गायत्री का का जप एक अभेद्य कवच का काम करता है-
सूर्य गायत्री मंत्र - भास्कराय विद्यहे, दिवाकर धीमहि , तन्नो सूर्य: प्रचोदयात्।
मधुमेह रोग: मधुमेह यानि कि शुगर की बीमारी से छुटकारा पाने के लिये नौ दिन तक रुद्राक्ष की माला से आगे दिये गए निम्र मंत्र का 5 माला जप करें।
मंत्र - क्क ह्रौ जूं स:
कर्ज से परेशान हैं तो ये टोटका करें
आजकल इस महंगाई के जमानें में कर्ज लेना आम लोगों की जरुरत बन चुकी है। ऋण एक ऐसा दलदल है जिसमें फं सने के बाद बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में व्यक्ति परेशान हो जाता है। यदि आप भी कर्ज के बोझ के तले दबे हैं।ऋण का दबाव आप पर लगातार बढ़ता जा रहा है। हर समय चिंता और परेशानी की स्थिति रहती है। नीचे लिखे उपाय को अपनाकर आप कर्ज के बोझ से मुक्ति पा सकते हैं।
- रिक्ता तिथि, यम, घंटक काल, भद्रा, राहु काल को त्यागकर शुभ तिथि, शुभ वार में यह प्रयोग करें।
- डेढ़ मीटर सफेद कपड़ा चौकी पर बिछा ले।
- पूर्व में मुंह करें और पांच खिले हुए गुलाब लक्ष्मी या गायत्री मंत्र पढ़ते हुए। हल्के हाथ से कपड़े को गुलाब के फूल सहित बांध लें।
- इस बंधे हुए कपड़े को बहती नदी में प्रवाहित कर आएं।
- ऐसा अपनी सुविधानुसार सात बार करें। इस उपाय को करने से आपको शीघ्र ही कर्ज के बोझ से मुक्ति मिलने लगेगी।
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