Posted: 25 Aug 2011 10:42 PM PDT
कौन नहीं चाहता कि उसका व्यापार दिन दूनी-रात चौगुनी तरक्की करे। व्यापार में उन्नति के लिए मेहनत के साथ लगन की भी आवश्यकता होती है। इसके साथ ही यदि कुछ साधारण तंत्र उपाय भी किए जाएं तो व्यापार में सफलता अवश्य मिलती है। नीचे व्यापार बढ़ाने का एक उपाय बताया गया है। इसे प्रदोष में करने का विधान है। आज (26 अगस्त, शुक्रवार) को प्रदोष होने से यह उपाय विशेष लाभ देगा। यह उपाय इस प्रकार है-
प्रदोष के दिन उपवास रखकर शाम के समय शिवजी का पूजन-अर्चन करने के बाद नीचे लिखे मंत्र की 5 माला का जप करें। जप पूर्ण करके 108 मंत्रों द्वारा आहुति दें। आहुति के लिए असगंध के फूल और अष्टगंध मिलाकर पहले से रख लेना चाहिए।
मंत्र
ऊँ श्रीं श्रीं श्रीं परमां सिद्धि श्रीं श्रीं श्रीं।
एक बात का विशेष ध्यान रखें कि व्यापार स्थल पर मांस-मदिरा न आने पाए। इससे वह स्थान अपवित्र हो जाता है लक्ष्मी रुठ जाती है।
प्रदोष के दिन उपवास रखकर शाम के समय शिवजी का पूजन-अर्चन करने के बाद नीचे लिखे मंत्र की 5 माला का जप करें। जप पूर्ण करके 108 मंत्रों द्वारा आहुति दें। आहुति के लिए असगंध के फूल और अष्टगंध मिलाकर पहले से रख लेना चाहिए।
मंत्र
ऊँ श्रीं श्रीं श्रीं परमां सिद्धि श्रीं श्रीं श्रीं।
एक बात का विशेष ध्यान रखें कि व्यापार स्थल पर मांस-मदिरा न आने पाए। इससे वह स्थान अपवित्र हो जाता है लक्ष्मी रुठ जाती है।
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