चमत्कारिक उपाय
- वाहन को नजर दोष से बचाने के लिए ४ पीले नींबू चारों पहियों से कुचल कर आगे बढे,वाहन दुर्घटना ग्रस्त नहीं होगा.
- अगर आप क्रोधी होते जा रहे हैं तो भोजन के बाद मीठा अवश्य खाएं.
- पीपल वृक्ष को काटने से संतान हानि होती है.
- पीपल वृक्ष पर दिन में देवताओं, रात्रि में असुरों, ब्रह्ममुहूर्त में धर्मराज, संध्याकाल में शनिदेव का वास होता है. इसलिए आधी रात के समय पीपल के नीचे जाने से मना किया जाता है.
- छठ पूजा एकमात्र पर्व है जिसमें सूर्य उदय के साथ डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है.इस व्रत को करने से सम्पूर्ण सुख मिलते हैं. पति एवं पुत्र दीर्घायु होते हैं.
- षष्टी, प्रतिपदा और अमावस को दातुन नहीं करना चाहिए.
- षष्टी को तेल लगाना निषिद्व है.
- अष्टमी को मांस खाना निषिद्व है.
- चतुर्दशी को बाल कटवाना, दाढ़ी बनवाना निषिद्व है.
- अमावस को कामक्रीड़ा न करें.
- वाहन को नजर दोष से बचाने के लिए ४ पीले नींबू चारों पहियों से कुचल कर आगे बढे,वाहन दुर्घटना ग्रस्त नहीं होगा.
- अगर आप क्रोधी होते जा रहे हैं तो भोजन के बाद मीठा अवश्य खाएं.
- पीपल वृक्ष को काटने से संतान हानि होती है.
- पीपल वृक्ष पर दिन में देवताओं, रात्रि में असुरों, ब्रह्ममुहूर्त में धर्मराज, संध्याकाल में शनिदेव का वास होता है. इसलिए आधी रात के समय पीपल के नीचे जाने से मना किया जाता है.
- छठ पूजा एकमात्र पर्व है जिसमें सूर्य उदय के साथ डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है.इस व्रत को करने से सम्पूर्ण सुख मिलते हैं. पति एवं पुत्र दीर्घायु होते हैं.
- षष्टी, प्रतिपदा और अमावस को दातुन नहीं करना चाहिए.
- षष्टी को तेल लगाना निषिद्व है.
- अष्टमी को मांस खाना निषिद्व है.
- चतुर्दशी को बाल कटवाना, दाढ़ी बनवाना निषिद्व है.
- अमावस को कामक्रीड़ा न करें.
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