माँ लक्ष्मी जी के दिव्य यन्त्र का निर्माण चाँदी की प्लेट या सिक्के पर किया जा सकता है
दिव्य महासिद्ध यन्त्र-
६६ ७७ ३३
४४ ६६ ४४
७७ ४४ ७७
यन्त्र का निर्माण भोज पत्र या सुन्दर कागज़ पर भी किया जा सकता है, धूप दीप गंगाजल शहद फल फूल अक्षत चढ़ा कर देवी के यन्त्र को प्रतिष्ठित करें, चाँदी के जंतर में ड़ाल कर धारण कर सकते हैं, या पूजा के स्थान तिजोरी आदि में स्थापित किया जा सकता है,
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