त्रयोदशी का व्रत रखे .भैरवजी की उपासना करें। केले के पत्ते पर चावल का भोग लगाएं
। गाय के घी का दीपक प्रतिदिन शाम को जलाएं। हरा रुमाल सदैव अपने साथ में रखें
। तिल के लड्डू सुहागिनों को खिलाएं और तिल का दान करें
। कन्याओं को रविवार के दिन मीठा दही और हलवा खिलाएं।
बरफी के चार टुकड़े बहते पानी में बहाएं। कृष्ण पक्ष में प्रतिदिन शाम को एक दोने में पके हुए चावल लेकर उस पर मीठा दही डाल लें और काले तिल के कुछ दानों को रख दान करें। यह दोना पीपल के नीचे रखकर केतु दोष शांति के लिए प्रार्थना करें। पीपल के वृक्ष के नीचे प्रतिदिन कुत्ते को मीठी रोटी खिलाएं।
दो रंग का कंबल किसी गरीब को दान करें।
No comments:
Post a Comment