यदि आपका व्यवसाय ठीक से नहीं चल रहा, धन हानि हो रही है या आप नौकरी में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो शिवजी का पूजन सर्वश्रेष्ठ है। शिवजी को निम्र विधि से पूजें, आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएगी।
शिव पूजन की विधि
व्यापार एवं नौकरी या अन्य किसी समस्या को दूर करने के लिए सर्वप्रथम मिट्टी के शिवलिंग का बाएं हाथ में निर्माण करें। हाथ के नीचे एक थाली रख लें। इसके बाद दाहिने हाथ से शिवजी का पूजन करें। शिवजी को भस्म, चंदन, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य बताएं।
शिव पूजन की विधि
व्यापार एवं नौकरी या अन्य किसी समस्या को दूर करने के लिए सर्वप्रथम मिट्टी के शिवलिंग का बाएं हाथ में निर्माण करें। हाथ के नीचे एक थाली रख लें। इसके बाद दाहिने हाथ से शिवजी का पूजन करें। शिवजी को भस्म, चंदन, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य बताएं।
बिल्वपत्र अर्पण करके शिवमहिम्न स्तोत्र अथवा रुद्राष्टक पाठ के साथ जल मिश्रित दूध धारा से अभिषेक करें। दोनों पाठ याद नहीं हो तो 10 मिनट तक ओम नम: शिवाय का मंत्र जप के साथ अभिषेक करें। साथ ही 11 बिल्वपत्र ओम नम: शिवाय बोलकर अर्पण करें। बिल्वपत्र कोमल हो तथा डंठल ज्यादा नहीं होना चाहिए। तीन पत्ते की बिल्वपत्र ही शिवजी को अर्पित करें। यह क्रम सोमवार से शुरू होकर 40 दिन तक होना चाहिए। इससे व्यापार एवं नौकरी में निश्चित सफलता प्राप्त होगी।
एक अन्य उपाए-
ओम श्री श्रियै नम: मंत्र के साथ 108 बिल्वपत्र गाय के घी में डुबोकर प्रज्जविलत अग्नि से आहुति देने से लक्ष्मी वृद्धि, व्यापार वृद्धि, नौकरी में सुगमता होती है।
प्रयोग विधि: पलाश की लकड़ी में प्रज्जवलित अग्नि में 21 दिन तक नित्य हवन करने से सफलता मिलती है
एक अन्य उपाए-
ओम श्री श्रियै नम: मंत्र के साथ 108 बिल्वपत्र गाय के घी में डुबोकर प्रज्जविलत अग्नि से आहुति देने से लक्ष्मी वृद्धि, व्यापार वृद्धि, नौकरी में सुगमता होती है।
प्रयोग विधि: पलाश की लकड़ी में प्रज्जवलित अग्नि में 21 दिन तक नित्य हवन करने से सफलता मिलती है
No comments:
Post a Comment