वास्तु के अनुसार गौमूत्र से घर के सभी वास्तु दोष समाप्त हो जाते हैं और परेशानियां दूर हो जाती हैं।
शास्त्रों के अनुसार गाय में तैतीस करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है इसी वजह से गौ को पूजनीय और पवित्र माना गया है। गाय से मिलने वाली हर चीज का धार्मिक महत्व है। गौमूत्र को आयुर्वेद और धर्म में काफी गुणकारी बताया गया है।
आयुर्वेद के अनुसार गौमूत्र का कई बीमारियों में दवा के रूप में उपयोग किया जाता है। वहीं धर्म के अनुसार इससे घर की पवित्रता बनी रहती है।
शास्त्रों के अनुसार गाय में तैतीस करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है इसी वजह से गौ को पूजनीय और पवित्र माना गया है। गाय से मिलने वाली हर चीज का धार्मिक महत्व है। गौमूत्र को आयुर्वेद और धर्म में काफी गुणकारी बताया गया है।
आयुर्वेद के अनुसार गौमूत्र का कई बीमारियों में दवा के रूप में उपयोग किया जाता है। वहीं धर्म के अनुसार इससे घर की पवित्रता बनी रहती है।
यदि हमारे घर में किसी प्रकार का कोई वास्तु दोष हो
तो प्रतिदिन घर में गौमूत्र का छिड़कने से वे सभी दोष दूर हो जाते हैं। घर में सुख-शांति बनी रहती है। परिवार के सदस्यों में परस्पर प्रेम बढ़ता है और वातावरण भी सूक्ष्म कीटाणुओं से मुक्त हो जाता है।
घर के वातावरण में मौजूद कई प्रकार के हानिकारक सूक्ष्म कीटाणु गौमूत्र के प्रभाव से नष्ट हो जाते हैं। इससे परिवार के सदस्यों को स्वास्थ्य संबंधी लाभ प्राप्त होता है। जिस घर में प्रतिदिन गौमूत्र का छिड़का जाता है
घर के वातावरण में मौजूद कई प्रकार के हानिकारक सूक्ष्म कीटाणु गौमूत्र के प्रभाव से नष्ट हो जाते हैं। इससे परिवार के सदस्यों को स्वास्थ्य संबंधी लाभ प्राप्त होता है। जिस घर में प्रतिदिन गौमूत्र का छिड़का जाता है
वहां सभी देवी-देवताओं की कृपा बरसती है। जिससे वहां कभी धन या धान्य की किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रहती।
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