दुर्भाग्य मिटाने के ये हैं कुछ अचूक यौगिक उपाय
इंसान चाहे जितनी वैज्ञानिक प्रगति कर ले लेकिन कुछ बातें ऐसी होती हैं जिनपर उसका जोर आज भी नहीं चलता। ऐसा कौन होगा जो यह चाहता हो कि उसकी जिंदगी में दुखद घटनाएं आएं, लेकिन न चाहकर भी क्या कोई दुखों, तकलीफों और मुसीबतों से बच सका है? आखिर क्या कारण है कि मेहनत, ईमानदारी और सच्चाई पर चलने वाले व्यक्ति को भी जीवन में इतनी सारी तकलीफों और मुसीबतों को झेलना पड़ता है।
यदि हम प्राचीन धार्मिक, आध्यात्मिक, यौगिक और तंत्र-मंत्र से संबंधित शास्त्रों पर भरोसा करें तो हमें पता चलेगा कि कुछ यौगिक क्रियाएं और उपाय ऐसे होते हैं जिन्हें अपनाकर कोई भी अपने माथे पर लिखे दुर्भाग्य के काले अंकों को मिटा सकता है। तो चलिये जानते हैं उन बेहद कीमती और असरदार लेकिन बहुत आसान कार्यों को जिनके करने पर दुर्भाग्य का प्रभाव तो कम होता ही है जीवन में सौभाग्य की शीतल चांदनी भी पडऩे लगती है....
- सूर्योदय के समय किया गया ध्यान।
- तुलसी, पीपल और बैलपत्र को जल चढ़ाना।
- कार्यों की प्रति अनासक्ति की भावना विकसित करना।
- मन ही मन सारी कामनाओं और इच्छाओं का त्याग कर देना।
- किसी के प्रति आसक्ति और घ्रणा की भावनाओं के आवरण को उतार फेंकना।
- आसक्ति व मोह तथा दुश्मनी दोनों को ही भारी बोझ समझकर त्याग देना।
यदि हम प्राचीन धार्मिक, आध्यात्मिक, यौगिक और तंत्र-मंत्र से संबंधित शास्त्रों पर भरोसा करें तो हमें पता चलेगा कि कुछ यौगिक क्रियाएं और उपाय ऐसे होते हैं जिन्हें अपनाकर कोई भी अपने माथे पर लिखे दुर्भाग्य के काले अंकों को मिटा सकता है। तो चलिये जानते हैं उन बेहद कीमती और असरदार लेकिन बहुत आसान कार्यों को जिनके करने पर दुर्भाग्य का प्रभाव तो कम होता ही है जीवन में सौभाग्य की शीतल चांदनी भी पडऩे लगती है....
- सूर्योदय के समय किया गया ध्यान।
- तुलसी, पीपल और बैलपत्र को जल चढ़ाना।
- कार्यों की प्रति अनासक्ति की भावना विकसित करना।
- मन ही मन सारी कामनाओं और इच्छाओं का त्याग कर देना।
- किसी के प्रति आसक्ति और घ्रणा की भावनाओं के आवरण को उतार फेंकना।
- आसक्ति व मोह तथा दुश्मनी दोनों को ही भारी बोझ समझकर त्याग देना।
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