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Wednesday 22 June 2011

गृह निर्माण की उत्तम व निषिद्ध तिथिया, नक्षत्र , मॉस व योग


जब गृह निर्माण की बात आती है तो सबसे पहले यह प्रश्न उठता है के घर बनाना कब प्रारंभ करें?


हमारे शास्त्रानुसार शुक्ल पक्ष में गृह निर्माण से जुड़ा कार्यारम्भ करना सदैव लाभकारी होता है | उसमे भी कुछ समय विशेष बताया गया है |
सूर्य हर मॉस में राशी परिवर्तन करता है, जिसका प्रत्यक्ष प्रभाव मानव जीवन या उसके द्वारा किये गए कर्मो पर पड़ता है | इसी प्रकार वास्तु शास्त्र में हमारे प्राचीन ऋषि मनीषियों ने सूर्य के विविध राशियों पर भ्रमण के आधार पर उस माह में घर निर्माण प्रारंभ करने के फलों की ‍विवेचना की है।

1. मेष राशि में सूर्य होने पर घर बनाना प्रारंभ करना अति लाभदायक होता है।
2. वृषभ र‍ाशि में सूर्य : संपत्ति बढ़ना, आर्थिक लाभ
3. मिथुन राशि में सूर्य : गृह स्वामी को कष्ट
4. कर्क राशि में सूर्य : धन-धान्य में वृद्धि
5. सिंह राशि का सूर्य : यश, सेवकों का सुख
6. कन्या राशि का सूर्य : रोग, बीमारी आना
7. तुला राशि का सूर्य : सौख्‍य, सुखदायक
8. वृश्चिक राशि का सूर्य : धन लाभ
9. धनु राशि का सूर्य : भरपूर हानि, विनाश
10. मकर राशि का सूर्य : धन, संपत्ति वृद्धि
11. कुंभ राशि का सूर्य : रत्न, धातु लाभ
12. मीन राशि का सूर्य : चौतरफा नुकसान

विश्वकर्मा प्रकाश के मतानुसार गृह निर्माण सदैव शुक्ल पक्ष में प्रारंभ करना चाहिए। फाल्गुन, वैशाख, माघ, श्रवण और ‍कार्तिक माहों में शुरू किया गया गृह निर्माण सदैव उत्तम फल देता है।  |
इनमे कुछ निषिद्ध तिथियाँ, योग, नक्षत्र और वार भी है जिनका  गृह निर्माण अथवा जीर्णोद्धार में सदैव त्याग करना चाइये जैसे  : मंगलवार व रविवार, प्रतिपदा, चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी, अमावस्या तिथियाँ, जेष्ठा रेवती, मूल नक्षत्र, वज्र, व्याघात, शूल, व्यतिपात, गंड, विषकुंभ, परिध, अतिगंड, योग - इनमें घर का निर्माण या कोई जीर्णोद्धार भूलकर भी नहीं करना चाहिए अन्यथा निर्माण शुभ फलदायक नहीं होता।
विशेष लाभकारी व श्रेष्ठ, अति शुभ योग : शनिवार, स्वाति, नक्षत्र सिंह लग्न, शुक्ल पक्ष, सप्तमी तिथि, शुभ योग और श्रावण मास ये सभी यदि एक ही दिन उपलब्ध हो सके, तो ऐसा घर दिव्य आनंद व हर प्रकार के सुखों की अनुभूति कराने वाला होता है।

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