उपाय
यदि व्यवसाय में कुछ कमी आ गई हो तो अमावस्या की संध्या को हाथ में एक सुपारी एवं ताम्बे का सिक्का ले जाकर पीपल के पेड़ के नीचे रख आयें। सोमवार को उस वृक्ष का एक पत्ता लाकर गद्दी के नीचे रखे तो ग्राहकों में निरंतर वृध्दि होती है।
यदि ग्यारह सफेद एवं सुगंधित पुष्प लेकर चौराहे के मध्य में प्रात:काल सूर्योदय से पूर्व रख दिये जाएं तो ऐसे व्यक्ति को अकस्मात लाभ प्राप्ति संभावना बनती है। यह प्रयोग सम्पन्न करते समय अथवा प्रयोग के लिए घर से निकलते समय कोई स्त्री दिखाई दे तो निश्चय ही धन लाभ मिलता है।
अमावस्या के दिन श्रध्दानुसार पीपल पूजन करके कच्चे धाागे को ्र शं शनैश्चराय नम: मंत्रा का जाप करते हुए 108 बार पीपल के तने पर लपेटें। तत्पश्चात् गरीब व जरूरतमंद को भोजन दें। ऐसा करने से सभी प्रकार के व्यापारिक विघ्न दूर होते हैं। ऐसा 7 अमावस्याओं को करें।
ग्रह दोष निवारण के लिए गोरोचन का टीका भाल पर लगाने से व्यक्ति को नवग्रहों के दु:प्रभावों से मुक्ति मिलती है। यदि कुण्डली में कोई ग्रह वक्री, नीच, अस्त या निर्बल हो तो प्रतिदिन गोरोचन को टीका लगाना चाहिए ग्रह स्वयं अनुकूल होने लगते हैं।
यदि व्यवसाय में कुछ कमी आ गई हो तो अमावस्या की संध्या को हाथ में एक सुपारी एवं ताम्बे का सिक्का ले जाकर पीपल के पेड़ के नीचे रख आयें। सोमवार को उस वृक्ष का एक पत्ता लाकर गद्दी के नीचे रखे तो ग्राहकों में निरंतर वृध्दि होती है।
यदि ग्यारह सफेद एवं सुगंधित पुष्प लेकर चौराहे के मध्य में प्रात:काल सूर्योदय से पूर्व रख दिये जाएं तो ऐसे व्यक्ति को अकस्मात लाभ प्राप्ति संभावना बनती है। यह प्रयोग सम्पन्न करते समय अथवा प्रयोग के लिए घर से निकलते समय कोई स्त्री दिखाई दे तो निश्चय ही धन लाभ मिलता है।
अमावस्या के दिन श्रध्दानुसार पीपल पूजन करके कच्चे धाागे को ्र शं शनैश्चराय नम: मंत्रा का जाप करते हुए 108 बार पीपल के तने पर लपेटें। तत्पश्चात् गरीब व जरूरतमंद को भोजन दें। ऐसा करने से सभी प्रकार के व्यापारिक विघ्न दूर होते हैं। ऐसा 7 अमावस्याओं को करें।
ग्रह दोष निवारण के लिए गोरोचन का टीका भाल पर लगाने से व्यक्ति को नवग्रहों के दु:प्रभावों से मुक्ति मिलती है। यदि कुण्डली में कोई ग्रह वक्री, नीच, अस्त या निर्बल हो तो प्रतिदिन गोरोचन को टीका लगाना चाहिए ग्रह स्वयं अनुकूल होने लगते हैं।
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