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Friday 3 May 2013

तिलक

ज्योतिषशास्त्र में बताया गया है कि हर दिन के अलग अलग ग्रह स्वामी होते हैं। इसका असर हमारे ऊपर होता अगर वार के अनुसार तिलक लगाया जाए तो उस दिन से संबंधित ग्रह को अनुकूल बनाया जा सकता है।

सोमवार के स्वामी ग्रह चन्द्रमा हैं। चन्द्रमा मन का कारक ग्रह होता है इसे अनुकूल बनाए रखने के लिए श्रीखंड चंदन अथवा दही का तिलक करें। इससे मस्तिष्क शीतल और शांत रहता है।

मंगलवार का दिन मंगल ग्रह के प्रभाव में होता है। इस ग्रह का प्रतिनिधि रंग लाल है। उर्जा और कार्यक्षमता में वृ्द्धि के लिए मंगलवार के दिन रक्त चंदन अथवा सिंदूर का तिलक लगाना शुभ फलदायी रहता है।

बुधवार का दिन बुध ग्रह के प्रभाव में होता है। इसके स्वामी गणेश जी हैं। गणेश जी को सिंदूर का तिलक प्रिय है। इसलिए बुधवार के दिन सिंदूर लगाना चाहिए। इससे बौद्धिक एवं मानसिक क्षमता में वृद्धि होती है।

गुरूवार के स्वामी धन के कारक ग्रह बृहस्पति हैं। गुरू को पीला रंग प्रिय है। प्रत्येक गुरूवार केसर, हल्दी, अथवा गोरोचन का तिलक लगाने से गुरू के शुभ प्रभाव में वृद्धि होती है। मन में सात्विक भाव बढ़ता है और आर्थिक समस्याओं में कमी आती है।

शुक्रवार के स्वामी शुक्र ग्रह हैं। शुक्रवार के दिन सिंदूर अथवा रक्त चंदन का नियमित तिलक दांपत्य जीवन के तनाव को दूर करने में सहायक होता। भौतिक सुख-सुविधों में वृद्धि के लिए भी यह लाभप्रद रहता है।

शनिवार के स्वामी ग्रह शनि महाराज हैं। इन्हें अनुकूल बनाए रखने के लिए शनिवार के दिन विभूत अथवा रक्त चंदन का लेप करना चाहिए।

रविवार के स्वामी ग्रहों के राज सूर्य हैं। रविवार के दिन श्रीखंड चंदन अथवा रक्त चंदन लगाया जा सकता है।


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