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Thursday 31 January 2013

दिशाविशेषमें

कई वृक्ष ऐसे हैं, जो दिशाविशेषमें स्थित होनेपर शुभ अथवा अशुभ फल देनेवाले हो जाते हैं; जैसे -
पूर्वमें पीपल भय तथा निर्धनता देता हैं । परन्तु बरगद कामना - पूर्ति करता हैं ।
आग्नेयमें वट, पीपल, सेमल, पाकर तथा गूलर पीडा़ और मृत्यु देनेवाले हैं । परन्तु अनार शुभ है ।
दक्षिणमें पाकर रोग तथा पराजय देनेवाला है, और आम, कैथ, अगस्त्य तथा निर्गुण्डी धननाश करनेवाले हैं । परन्तु गूलर शुभ है ।
नै इमली शुभ है ।
दक्षिण - नै जामुन और कदम्ब शुब हैं ।
पश्चिममें वट होनेसे राजपीडा़, स्त्रीनाश व कुलनाश होता है, और आम, कैथ अगस्त्य तथा निर्गुण्डी धननाशक हैं । परन्तु पीपल शुभदायक है ।
वायव्यमें बेल शुभदायक है ।
उत्तरमें गूलर नेत्ररोग तथा ह्लास करनेवाला है । परन्तु पाकर शुभ है ।
ईशानमें आँवला शुभदायक है ।
ईशान - पूर्वमें कटहल एवं आम शुभदायक हैं ।

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