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Wednesday 7 November 2012

दीपावली पर्व

दीपावली पर्व-लक्ष्मी पूजा के पहले

पुराणों में दीपावली पर्व पर प्रात:काल से तेल स्नान करने का विधान बताया गया है, इसमें स्नान के पहले शरीर पर शुद्ध तेल की मालिश की जाती है उसके बाद स्नान किया जाता है। दीपावली पर्व पर यदि लक्ष्मी पूजा के पहले विशेष स्नान करें तो लक्ष्मी पूजा का पूरा फल मिलता है। यह विशेष आयुर्वेदिक स्नान किया जाए तो शरीर निरोगी होता है लक्ष्मी जी की विशेष कृपा दिलाता है।
ऐसा हो विशेष स्नान-
-स्वाती नक्षत्र यानि दीपावली के दिन बरगद, गुलर, पीपल, आम और पाकड़ की छाल को पानी में उबाल कर स्नान करें तो लक्ष्मी कभी छोड़ कर नही जाती।
- गाय के गोबर के पवित्र जल से गोमय स्नान करने से लक्ष्मी जी प्रसन्न होती है।
- दूध, दही और घी की कुछ बूंद जल में डाल कर स्नान करने से सभी दोष खत्म हो जाते है।
- स्नान करने के जल में रत्न डाल कर उस जल से स्नान करने से लक्ष्मी जी प्रसन्न होती है।
- धातृफल स्नान करने से लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त होती है।
- पानी में शतावरी की जड़ डाल कर स्नान करने से मनोकामना पूर्ण हो जाती है।
- पलाश, बिल्वपत्र, कमल एवं कुशा को जल में डाल कर स्नान करने से लक्ष्मी जी की विशेष कृपा प्राप्त हो जाती है।

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