पुरुष की सोलह माताएं होती हैं। ब्रह्मावैवर्त्तपुराण (श्रीकृष्णजन्मखंड, ५९।५४-५६)
गुरुपत्नी, राजपत्नी, देवपत्नी, पुत्रवधू, माता की बहन (यानी मौसी), पिता की बहन (यानी बुआ) शिष्यपत्नी, मामी,
पिता की पत्नी (माता और विमाता) भाई की पत्नी, सास, बहिन, बेटी, गर्भ में धारण करनेवाली (जन्मदात्री) तथा
इष्टदेवी -पुरुष की ये सोलह माताएं होती हैं।
गुरुपत्नी, राजपत्नी, देवपत्नी, पुत्रवधू, माता की बहन (यानी मौसी), पिता की बहन (यानी बुआ) शिष्यपत्नी, मामी,
पिता की पत्नी (माता और विमाता) भाई की पत्नी, सास, बहिन, बेटी, गर्भ में धारण करनेवाली (जन्मदात्री) तथा
इष्टदेवी -पुरुष की ये सोलह माताएं होती हैं।
No comments:
Post a Comment