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Monday 10 September 2012

भविष्य पुराण

भविष्य पुराण में ही बताया गया है


 कि वट मोक्षप्रद, आम्र अभीष्ट कामनाप्रद, सुपारी सिद्धप्रद, जामुन धनप्रद, बकुल पाप-नाशक, तिनिश बल-बुद्धिप्रद तथा कदंब के वृक्ष से विपुल लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। आंवले का वृक्ष लगाने से अनेक यज्ञों के सदृश पुण्य फल प्राप्त होता है। गूलर के पेड़ में गुरुदत्त भगवान का वास माना गया है। पारिजात के वृक्ष के बारे में कहा गया है कि श्री कृष्ण इसे स्वर्ग से लाए थे। आज भी बड़, पीपल, आम, आंवला, बिल्व, केला, शमी, अशोक, कदंब, तुलसी, वृक्षों के महत्व की युगकालीन धारणाओं का ही प्रतीक है

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