Search This Blog

Tuesday 18 October 2011

ग्रहों के

ग्रहों के देवता रंग रत्न धातु जानवर शरीर के अंग वस्तुयें

अलग अलग ग्रहों के अलग अलग देवता है और उन्ही के अनुसार रंग है रत्न भी हर ग्रह के अनुसार ही अपना काम करते है उसी प्रकार से ग्रह को पहिचानने के लिये जानवर को भी देखा जाता है शरीर के अंग भी अपने अपने अनुसार ग्रहों का बखान करते है.
ग्रह देवता रंग रत्न धातु जानवर शरीर के अंग वस्तुयें
सूर्य विष्णु गेंहुआं माणिक तांबा पहाडी गाय बन्दर पूरा शरीर और शरीर का दाहिना अंग गेंहूं तांबा तेजपात
चन्द्रमा शिव दूधिया मोती चांदी गोडा घोडी ह्रदय चेहरे का बायां भाग चावल
मंगल नेक हनुमान लाल बिना चमक वाला मूंगा लोहा चीता जिगर ऊपर का होंठ लाल मसूर की दाल
मंगल बद भूत प्रेत लाल खूनी चमकीला मूंगा ऊंट हिरण जिगर नीचे का होंठ शहद पका हुआ मांस
बुध दुर्गा हरा पन्ना कांसा भेड बकरी चमगादड दिमाग स्नायु नाक का अग्ला हिस्सा जीभ दांत साबुत मूंग खिलौने
गुरु ब्रह्मा पीला सोना पुखराज शेर शेरनी गर्दन नाक चने की दाल हल्दी
शुक्र लक्ष्मी दही जैसा हीरा चिकनी मिट्टी गाय बैल स्वरयंत्र गाल चाल मक्खन छाछ कपूर
शनि भैरों काला रांगा नीलम काला भैंस आंखों के पलक बाल खाल साबुत उडद सूखे नारियल
राहु सरस्वती नीला गोमेद नीलम नीला पंचधातु जंगली चूहा पतंगे मस्तिष्क का कंपन थोडी सरसों काली हल्दी
केतु गणेश चितकबरा कैट्स आई त्रिधातु कुत्ता सूअर गधा छिपकली धड रीढ की हड्डी जोड पंजे कान तिल काले सफ़ेद कम्बल

No comments:

Post a Comment