Rin-Mukti Mantra and Luxmi Prapti Mantra
ऋण – मुक्ति एवं धनप्राप्ति मन्त्र
“ॐ श्रीदः श्रीशः श्रीनिवासः श्रियः पतिः श्रीः परमः श्रीः निकेतनः श्रीधराय नमः ॐ “
विधान - इस मन्त्र को शुक्ल पक्ष मे जिस दिन पुष्य नक्षत्र हो इस मन्त्र कि १०८ माला का जाप करे ओर उस दिन के बाद प्रतिदिन एक माला का जाप करे, आपका ऋण अवश्य दूर होगा और आपके घर में धन – धान्य एवम समृद्धि आएगी यह मन्त्र अग्निपुराण से लिया गया सिद्ध मन्त्र है
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