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Saturday 10 September 2011

नवरात्र शैलपुत्री

शैलपुत्री


नवरात्र के पहले दिन देवी शैलपुत्री की पूजा होती है l मान्यता है कि देवी शैलपुत्री अगर खुश हो जाएँ तो जमीन-जायजात और मान सम्मान में बढ़ोत्तरी होती है l

माँ भवानी का पहला रूप माँ शैलपुत्री है l माँ शैलपुत्री शक्ति कि देवी , शक्ति का स्वरुप हैं l माँ शैलपुत्री वो देवी हैं जिनके नाम मात्र से बड़े बड़े राक्षस काँप उठे है l देवी शैलपुत्री की उपासना से सारे संसार को वश में किया जा सकता है l वो शैलपुत्री जिनके सामने इस संसार में कोई ऐसा नहीं जो टिक सके l माँ शैलपुत्री हिमालय कि बेटी हैं इसीलिए इनका नाम पड़ा शैलपुत्री l शैलपुत्री को हिमालय कि तरह ही शक्ति का स्वरुप माना जाता है l माँ का शैलपुत्री स्वरुप मानवों को पर्यावरण संतुलन की ओर प्रेरित करता है l प्रकृत की रक्षा की ओर अग्रसर करता है l


ज़मीन पाने के उपाय
बाधा निवारण मंत्र :


सर्वबाधा विनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वित :|

मनुष्यों मत्प्रसादेन भविष्यति न संशय : |



उपाय (1) :- अगर आप मकान बनाना चाहते है तो एक लाल कपडे में छह चुटकी कुमकुम ,6 लौग,9 बिंदिया ,9 मुट्ठी साफ मिट्टी ,और 6 कौड़िया लपेट कर नदी में विसर्जित करें | माता की कृपा से आपको जल्दी ही अपना मकान मिलेगा |

उपाय (2) :-एक मिट्टी की कोरी हांड़ी में दूध ,दही ,घी शक्कर ,मिश्री ,कपूर और शहद डाल कर उस हांड़ी के आगे दुर्गा नवार्ण मंत्र का जाप करें और वो हांड़ी किसी नदी या तालाब के किनारे ले जाकर जमीन में दबा दें तो माता की कृपा से शीघ्र ही आपको भूमि और भवन प्राप्त होगा |

उपाय (3) :-उस स्थान की थोड़ी मिट्टी लाकर एक कांच की शीशी में उसे डाले उसमे गंगाजल और कपूर कर अपनी पूजा में जौ के ढेर पर स्तापित करें | नवरात्र भर उस शीशी के आगे नवार्ण मंत्र 'ऐ हों क्ली' चामुण्डाय विच्चे' का 5 माला जप करे और जौ में रोज गंगाजल डालें | नवमी के दिन थोड़े से अंकुरित जौ निकाल लें और ले जाकर मनचाही जगह पर डाल दें शेष सामग्री को नदी में डाल दें | आपको मनचाहा घर मिल जायेगा

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