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Friday 2 September 2011

नहीं मिलता प्यार

हर किसी के जीवन में कभी न कभी प्यार का प्रवेश होता है। कोई भी प्राणी प्यार से अछूता नहीं रहता। किंतु यह प्यार हर किसी को प्राप्त नहीं होता? कोई-कोई तो अपने प्यार का इजहार भी नहीं कर पाता।
कई जोड़े मिलकर कर बिछड़ जाते हैं। कोई भाग्यशाली ही होता है जो अपने साथी को पाता है। ज्योतिष शास्त्र में इसके कारण तीन ग्रह होते हैं। सूर्य, बुध और शुक्र इन तीनों ग्रहों के कारण जातक प्रेम में पड़ता है। अगर यह तीनों ग्रह युति करें तो प्रेम विवाह निश्चित होता है।यदि यह तीनों ग्रह एक ही क्रम में अलग-अलग भावों मे स्थित हो तो प्रेम होकर विच्छेद हो जाता है। इन तीनो ग्रहों में से कोई दो युति करते हों तथा एक अलग भाव में स्थित हो जाए तो बहुत मुश्किल से प्रेम विवाह होता है। सूर्य, बुध सप्तम स्थान में हों तो अपने से बड़ी उम्र का प्रेमी मिलता है। शुक्र बलवान होने पर कई साथी मिलते हैं परतुं अन्य दो ग्रह सूर्य-बुध के कमजोर होने पर जातक को अपना प्रेम नहीं मिलता।

 क्या करें प्रेम विवाह हेतु?
 - अपने साथी का नाम लिखकर एक पीपल का पत्ता रविवार, सोमवार और मंगलवार को शिवजी पर चढाएं।
 - शिव चालीसा का पाठ करें।
 - महाकाली का पूजन मंगलवार के दिन करें।
 - मछली को आटे की गोली खिलाएं।

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