सभी वृक्षों का अपना अलग महत्व है लेकिन कुछ वृक्ष ऐसे है जिनका शास्त्रों में काफी महत्व बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि पीपल में जल अर्पित करने से सभी प्रकार के ग्रह दोष दूर हो जाते हैं और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। इसके अलावा अन्य वृक्ष जैसे नीम, बरगद, बेलपत्र, अशोक, चंदन, आम आदि की भी पूजा की जाती है या इनके फल, पत्ते, तने को पूजा में शामिल किया जाता है। पीपल में जल चढ़ाने से शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या में बहुत जल्द लाभ प्राप्त होता है, कालसर्प दोष का प्रभाव भी कम होता है। जिन लोगों का भाग्य साथ नहीं देता उन्हें पीपल में प्रतिदिन जल चढ़ाकर, सात परिक्रमा करनी चाहिए। इससे कुछ ही दिनों में व्यक्ति को भाग्य का साथ अवश्य मिलने लगेगा।
राशि अनुसार पूजनीय वृक्ष
मेष एवं वृश्चिक- खैर
वृषभ एवं तुला- गूलर
मिथुन एवं कन्या- अपामार्ग
कर्क- पलाश
सिंह- आक
धनु एवं मीन- पीपल
मकर एवं कुंभ- शमी
इन्हीं पेड़ों की लकडिय़ों से इन राशियों के स्वामी ग्रहों की शांति हेतु हवन किया जाता है।
राशि अनुसार पूजनीय वृक्ष
मेष एवं वृश्चिक- खैर
वृषभ एवं तुला- गूलर
मिथुन एवं कन्या- अपामार्ग
कर्क- पलाश
सिंह- आक
धनु एवं मीन- पीपल
मकर एवं कुंभ- शमी
इन्हीं पेड़ों की लकडिय़ों से इन राशियों के स्वामी ग्रहों की शांति हेतु हवन किया जाता है।
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