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Thursday 4 August 2011

ग्रहों के उपाय

ग्रहों के उपाय

संयुक्त ग्रहों के उपाय :-



- यदि किसी जातक की जन्मकुंडली में शुक्र और सूर्य की युति किसी भी भाव में हो तो जातक को दुर्गा पूजन लाभदायक होगा ।
- सूर्य.शनि की युति कुण्डली के किसी भी भाव में होने पर जातक बादाम,नारियल बहते पानी में बहाए।
- सूर्य.राहू की युति होने पर जातक जौ को दूध या गौ मूत्र से धोकर बहते पानी में बहायें।
- यदि जातक की कुण्डली में बुध अशुभ या नीच राशि का हो तब जातक मंगल एवं राहू के उपाय करके बुध के दुश्प्रभाव को दूर करें।
- सूर्य.केतु की युति होने पर सूर्य ग्रहण के समय तिल,नींबू,पका केला बहते पानी जैसे नदी में बहायें।
- गौ मूत्र घर में छिड़कने से केतु.शुक्र एवं बुध का अशुभ प्रभाव कम हो जाता है ।
- जातक की जन्म कुण्डली में चंद्र.शुक्र की युति हो तो चांदी की ठोस गोली हमेसा अपने जेब में रखें ।
- चंद्र.शनि की युति होने पर भानि एवं केतु के उपाय लाभकारी होते है। चंद्रग्रहण के समय भानि की वस्तुएं बहते पानी में बहाने से लाभ होता है।
- भानि.चंद्र के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए सूर्य का उपाय करें ।
- कुण्डली में मंगल.राहू की युति होने पर मिट्टी के बर्तन में जौ भरकर बहते पानी जैसे नदी में बहाये तथा मंगल का उपाय करें ।
- बुध.शनि की युति में जातक को भाराब मांस का सेवन नहीं करना चाहिए।
- बुध.राहू की युति हो तो जातक को कच्ची मिट्टी की सौ गोलियां बनाकर एक गोली प्रतिदिन धर्म स्थल में पहुंचानी चाहिएं।
- गुरू.बुध की युति में खांड से भरा मिट्टी का बर्तन भूमि में दबाना चाहिए।
- चंद्र.राहु की युति हो, तब चंद्रग्रहण पर जौं, कोयला, सरसों आदि राहु की वस्तुएं बहते पानी में बहायें और मंगल,गुरू का उपाय करें।
- चंद्र.केतु की युति होने पर जातक बुध एवं केतु की वस्तुओं का दान करें । तीन केले प्रतिदिन ४८ दिन तक मंदिर में दान करें।
- मंगल.बुध की अशुभ युति में जातक मंगल का उपाय करें ।
- मंगल. शनि की युति होने पर मंगल या भानि का उपाय करें साथ ही चंद्र का उपाय करें।
- शुक्र.राहु की युति होने पर दूध एवं हरे नारियल का दान करें ।
- यदि कुण्डली में सूर्य.चंद्र.राहु की युति हो तो जातक दुर्गा उपासना करें एवं बुध का उपाय करें ।
-इसी तरह सूर्य.चंद्र.केतु की युति होने पर भी दुर्गा उपासना करें एवं बुध का उपाय करें ।
- कुण्डली में सूर्य.बुध.शुक्र की युति होने पर जातक कान में स्वर्ण धारण करें तथा काला,सफेद कुत्ता पाले । शुध्द चांदी का छल्ला भी धारण कर सकते है।
- गुरू. शनि की युति में, शराब,मांस,मदिरा का उपयोग न करे। शिव उपासना करें। चंद्र का उपाय करें ।
- गुरू.राहु की युति में अशुभता से बचने के लिए सोना धारण करें। चितकबरें कुत्ते की सेवा करें। जौं को दूध से धोकर लगातार ४३ दिन तक बहते पानी में बहायें।
-शुक्र. शनि की युति हो तो तांबे का पैसा बहते पानी में बहायें और दाम भाव में जो भी ग्रह बैठा हो उसका उपाय करें।
- सूर्य.बुध.राहु की युति हो तो जातक चंद्रमा का उपाय करें।
- यदि सूर्य.बुध की युति हो तो गायत्री पाठ करें । हरे तोते पाले ।
- चंद्र.मंगल और भानि की युति में मंगल का उपाय करें।
- चंद्र.मंगल.राहु की युति हो तो दूध में मीठा हलुआ बनाकर स्वयं खाये तथा दुसरों को खिलाएं।
- गुरू.शनि.राहु की युति हो तो भानि की वस्तुएं भूमि में दबायें।
- यदि शनि.राहु.शुक्र की युति हो तो जातक रोटी के तीन टुकड़े करके एक गाय को एक कुत्ता और एक कौएं को खिलाएं।
- गुरू.शनि.बुध की युति हो तो बुध की वस्तुएं जैसे हरा मूंग कुएं में गिराये तथा बुध को उच्च करें।
- गुरू.मंगल.बुध की युति हो तो जातक सोना धारण करे।
- शुक्र.शनि.बुध की युति हो,तो काली गाय या काला कुत्ते को रोटी दें।

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