Search This Blog

Saturday 9 July 2011

Remedies Money


लक्ष्मी प्राप्ति के घरेलू उपाय

दान का महत्व तीनों लोक में विशिष्ट महत्व रखता है। इसके प्रभाव से पाप-पुण्य व ग्रह के प्रभाव कम व ज्यादा होते हैं। इसमें शुक्र और गुरु को विशेष धनप्रदाय ग्रह माना गया है। आकाश मंडल के सभी ग्रहों का कारतत्व पृथ्वी में पाए जाने वाले पेड़-पौधों व पशु-पक्षियों पर पाया जाता है। गाय पर शुक्र ग्रह का विशेष प्रभाव पाया जाता है।

- गाय की सेवा भी इस श्रेणी में विशेष महत्व रखती है। जिस घर से गाय के लिए भोजन की पहली रोटी या प्रथम हिस्सा जाता है वहाँ भी लक्ष्मी को अपना निवास करना पड़ता है।
 - साथ ही घर के भोजन का कुछ भाग श्वान को भी देना चाहिए, क्योंकि ये भगवान भैरव के गण माने जाते हैं, इनको दिया गया भोजन आपके रोग, दरिद्रता में कमी का संकेत देता है।
 - इसी तरह पीपल के वृक्ष में गुरु का वास माना गया है। अतः पीपल के वृक्ष में यथासंभव पानी देना चाहिए तथा परिक्रमा करनी चाहिए। यदि घर के पास कोई पीपल के वृक्ष के पास से गंदे पानी का निकास स्थान हो तो इसे बंद कराना चाहिए। वृक्ष के समीप किसी भी प्रकार की गंदगी गुरु ग्रह के कोप का कारण बन सकती है।
 - घर के वृद्धजन भी गुरु ग्रह के कारतत्व में आते हैं। घर के वृद्धजनों की स्थिति व उनका मान-सम्मान भी आपकी आर्थिक स्थिति को काफी प्रभावित करते हैं। यदि आपके घर में वृद्धों का सम्मान होता है तो निश्चित रूप से आपके घर में समृद्धि का वास होगा, अन्यथा इसके ठीक विपरीत स्थिति होगी।
 - व्यय भाव में अशुभ ग्रह की स्थिति भी दरिद्रता का कारक होती है।
 - बारहवें भाव के स्वामी ग्रह का दान अवश्य करना चाहिए, क्योंकि इससे आपके व्यय में कमी आती है।

No comments:

Post a Comment