जिस व्यक्ति की कुंडली में मंगली दोष बन रहा हो उस व्यक्ति को अग्रलिखित उपाय करने चाहिए जिससे की मंगली दोष के नकारात्मक प्रभाव से वह बच सकें -
- मीठी रोटियां दान करें .
- मंगलवार को सुन्दरकाण्ड का पाठ करें.
- बंदरों को लाल मीठी वास्तु खिलाएं.
- मंगलवार को बतासे या रेवड़ियाँ पानी में प्रवाहित करें.
- आटे की लोई में गुड़ रखकर गाय को खिला दें.
- मंगली कन्यायें गौरी पूजन तथा श्रीमद्भागवत के 18 वें अध्याय के नवें श्लोक का जप अवश्य करें.
- प्रत्येक मंगलवार को मंगल स्नान करें.
- विवाह के समय कुंडली मिलान अवश्य करें.
मंगल स्नान
April 16th, 2010
जिस व्यक्ति पर मंगल ग्रह की महादशा या अन्तर्दशा चल रही हो उसे मंगल ग्रह को शुभ बनाने के लिए अग्रलिखित वस्तुओं को एकत्रित करके पानी में डालकर उस पानी से स्नान करना चाहिए. मंगल स्नान की वस्तुएं – सोंठ, सोंफ, मौलसिरी के फूल, सिंगरक, मॉल कंगनी और लाल चन्दन. इन सभी को एक साथ पानी में भिगोकर एक रत के लिए रख दें दूसरे दिन सुबह पानी को छानकर उससे स्नान कर लें. इन वस्तुओं को पानी में डालने के लिए मिट्टी के कलश का प्रयोग किया जा सकता है. मंगल ग्रह के कारन हो रही रोग पीड़ा को शांत करने के लिए भी यह प्रयोग बहुत उपयोगी है. जिस मंगली कन्या के विवाह में विलम्ब हो रहा हो उसे भी यह प्रयोग करना चाहिए. यह प्रयोग शुक्ल पक्ष में मंगलवार को शुरू करना है. प्रत्येक मंगलवार को यह स्नान करना है.
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