यदि आपकी कुंभ राशि हो, दरिद्रता दुख और समस्या आपका पीछा नहीं छोड़ रही हो तो गुरु पुष्य, रवि पुष्य या सर्वार्थ सिद्धि योग के शुभ मर्ुहूत्त में शमी वृक्ष की जड़ को लाकर गंगाजल से ऊँ ह्रीं ऐं क्लीं श्रीं मंत्र का जाप करते हुए पवित्र करें। तत्पश्चात श्रद्धानुसार धूप, दीप, नैवेद्य, पुष्प और अक्षत से पंचोपचार पूजन कर नीले कपड़े में लपेटकर अपने पूजा स्थान, तिजोरी या दाहिनी भुजा में धारण करें। धन की वृद्धि होगी और कारोबारी समस्याओं का निवारण होगा। |
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मधुमेह - मधुमेह के उपचार हेतु जामुन की गुठलियों को इकट्ठा करके उन्हें छाया में सुखा कर रख लें। आवश्यकता के समय उन्हें कूट-पीस व छानकर महीन चूर्ण बना लें। फिर गुड़ मार बूटी 3 माशे को एक पाव पानी में पकायें। जब पानी केवल 5 तोला शेष रह जावें, तब उसे छानकर शीशी में भरकर रख लें। इसके सेवन से बहुत लाभ होता है।
- मधुमेह रोगी के लिए सेम की फली, अरवी, आलू, पेठा, गेंहूं, चावल, मद्य, बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू, तेल, घी,दूध, गुड़, शक्कर तथा इनसे बने हुए पदार्थ आदि वस्तुएं त्याज्य तथा कुपथ्य हैं।
- मधुमेह का इलाज करने के लिए जाुमन की गुठली की गिरी को पीसकर रख लें। इसे 1 ग्राम की मात्रा में दिन में 3-4 बार पानी के साथ नियमित रूप से सेवन करते रहें। इससे कुछ ही दिनों में मधुमेह रोगों में लाभ होने लगता है।
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